File Photo
File Photo

    Loading

    नागपुर. एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने के नाम पर एक परिवार को 26 लाख रुपये का चूना लगाया गया. अजनी पुलिस ने सेंट्रल रेलवे कॉलोनी, ओमकारनगर निवासी गोपाल हरीशचंद्र पराते (59) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. पराते एचपीसीएल में मैनेजर है. आरोपियों में मुंबई निवासी कामरान खान, मयंक अग्रवाल, राकेश पाटिल और आशीष जायसवाल का समावेश हैं. पराते की बेटी मोनिका ने नीट की परीक्षा पास कर ली थी. उसे एमबीबीएस में प्रवेश लेना था. इसीलिए पूरा परिवार जद्दोजहद में लगा था.

    विगत 10 मार्च को कामरान ने उन्हें फोन किया. मोनिका को बेंगलुरु के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने का झांसा दिया. पराते ने बताया कि उन्हें केवल महाराष्ट्र में ही एडमिशन करवानी है. कुछ समय बाद आरोपी ने उन्हें दोबारा फोन किया. मुंबई के परेल में स्थित सेठ जीएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में प्रवेश मिलने की जानकारी दी. पराते ने हामी भर दी तो आरोपी ने उन्हें मीटिंग के लिए मुंबई आने को कहा. पराते अपनी पत्नी के साथ मुंबई गए.

    कामरान ने व्यस्त होने का बहाना किया और राकेश पाटिल का नंबर देकर उससे बात करने को कहा. दोनों ने राकेश से बातचीत की. उसने कॉलेज के नाम पर 1.12 लाख रुपये का डीडी बनावाने को कहा. डीडी बनवाकर दोबारा पराते मुंबई गए. कामरान ने कॉलेज के प्रशासकीय विभाग के अधिकारी मयंक अग्रवाल को डीडी देने को कहा. वहां उनकी मयंक से मुलाकात हुई. मयंक ने डीडी लेने के बाद बताया कि प्रवेश लेने के लिए 25 लाख रुपये डोनेशन देना होगा. किसी तरह पराते ने 15 लाख रुपये का जुगाड़ किया और 26 मार्च को मुंबई पहुंचे. वहां मयंक और राकेश ने उनसे रकम ली.

    5 अप्रैल को मोनिका के ईमेल पर प्रोविजनल एडमिशन लेटर भेजा गया. मयंक ने बाकी बचे 10 लाख रुपये लेकर मुंबई बुलाया. पराते उस समय मुंबई नहीं जा सकते थे. ऐसे में आरोपी ने उन्हें दिल्ली की येस बैंक में आशीष जायसवाल का खाता नंबर भेजा. पराते ने जायसवाल के खाते में रकम आरटीजीएस कर दी. प्रोविजनल लेटर में 18 अप्रैल को कॉलेज में रिपोर्ट करने की जानकारी दी गई थी. पराते बेटी के साथ मुंबई लेकिन राकेश और मयंक मिलने नहीं आए. कॉलेज के डीन से मिलकर पूछताछ करने पर प्रोविजनल लेटर फर्जी होने का पता चला. आरोपियों ने प्रवेश के नाम पर 26.52 लाख रुपये ठग लिए. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है.