Gupt Navratri, Nagpur
गुप्त नवरात्री के लिए सजे माता के मंदिर

Loading

नागपुर: हर इंसान को अपने कार्य सिद्धि के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है। इस शक्ति प्राप्ति के लिए सनातन धर्म में चार नवरात्रि  का वर्णन है। इन्हीं में से एक गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2024) आगामी 10 फरवरी से शुरू हो रही है। यह 18 फरवरी तक चलेगी।  सिटी (Nagpur) के प्रमुख 5 देवी मंदिरों में नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस दौरान शक्ति प्राप्ति के लिए वीआईपी से लेकर आमजन तक अपनी अर्जी माता के समक्ष लगाते हैं।  कुछ 9 दिनों तक कठिन उपवास रखते हैं तो कुछ मौन व्रत धारण करते हैं।  

पद्धति भले सबकी अलग हो लेकिन ध्येय एक होता है। माता से कार्यसिद्धि के लिए आशीष प्राप्त करना। जिन भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है वो नवमी के दिन भंडारे के साथ ही 9 कन्याओं को भोजन कराते हैं। पंडितों के अनुसार इस गुप्त नवरात्रि में साधना भी बेहद गोपनीय रखी जाती है।  शहर के प्रमुख देवी मंदिरों में लोग आराधना के लिए ज्योत भी जलाते हैं। लेकिन उसका खुलासा नहीं करते।  मंदिर प्रबंधन भी इस बारे में खुलासा नहीं करते। जिससे भक्त की आराधना सफल हो जाए।   

घट स्थापना का मुहूर्त

पंडित देवकीनंदन पांडे के अनुसार 10 फरवरी को सुबह 8 बजकर 9 मिनट से 9 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।  इस अंतराल में घट स्थापना की जा सकती है।  इसी तरह घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। 

यहां होगी विशेष आराधना

शहर में करीब 5 प्रमुख देवी मंदिर हैं। इनमें श्री महालक्ष्मी जगदंबा मंदिर, कोराडी, आग्याराम देवी मंदिर, गणेशपेठ, मां ऊमियाधाम मंदिर, रिंग रोड, गृह लक्ष्मी अंबाबाई मंदिर, सेमिनरी हिल्स और भवानी माता मंदिर, पारडी प्रमुख हैं।  पुजारियों के अनुसार गुप्त नवरात्रि: होने के कारण इन दिनों कौन भक्त क्या पूजा कर रहा है इस पूरी विधि को गुप्त रखा जाता है।  अखंड ज्योति के साथ दुर्गासप्तशती का पाठ होगा। 

योग बनाएंगे साधना को खास

इस गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग से हो रहा है।  इस भक्तों का सभी 10 महाविधाओं की गुप्त आराधना करना विशेषफलकारक रहेगा।  इन योगों में पूजा करने से उसका फल कई गुना बढ़ जाता है। – पं. रवीन्द्र शास्त्री, ज्योतिषाचार्य