नागपुर. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी देने और रंगदारी मांगने वाला जयेश पुजारी नागपुर जेल में है. इस मामले में एनआईए की टीम जांच करने के लिए गुरुवार को नागपुर पहुंची. डीआईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों ने इस मामले से जुड़ी पूरी जानकारी ली. नागपुर की टीम ने जांच पूरी कर ली है. उम्मीद है कि एक सप्ताह के भीतर जयेश का मामला एनआईए को सौंप दिया जाएगा. जयेश पुजारी को नागपुर पुलिस ने बेंगलुरु जेल से गिरफ्तार किया था.
क्राइम ब्रांच की टीम ने गहन जांच के बाद उसे नागपुर सेंट्रल जेल भेज दिया. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी उस पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने या उकसाने के अधिनियम (यूएपीए अधिनियम) के तहत आरोप लगाया गया. अब इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जाएगी. इसी पृष्ठभूमि में एनआईए की टीम गुरुवार को नागपुर आई.
सुबह डीआईजी और एसपी रैंक के 2 अधिकारियें ने पुजारी मामले में जांच की समीक्षा की. जांच में प्रगति दिखाई दी. बहुत कुछ पक्का हो गया है. इसके आधार पर एनआईए आगे की जांच करेगी. साथ ही टीम ने कुछ सुझाव भी दिए. अब जयेश को जल्द ही एनआईए को सौंपे जाने की संभावना है. जिमखाना से ली जानकारी गडकरी को जनवरी और मार्च में 110 करोड़ रुपये की रंगदारी की धमकी दी गई थी.
पुलिस जांच के दौरान यह बात सामने आई कि गिरफ्तार आरोपियों के तार आतंकी संगठन से जुड़े हैं. जयेश मामले के दस्तावेजों को नागपुर पुलिस के 2 अधिकारी संभाल रहे हैं. गुरुवार को एनआईए की टीम पुलिस जिमखाना में दाखिल हुई. उन्होंने धमकी मामले के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली.