हादसों का केंद्र बना मानकापुर चौक, हैवी वाहनों के कारण अभी भी लग जाता है लंबा जाम

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    • महीने में करीब 20 दिन होती हैं दुर्घटनाएं, अधिकारी मौन 

    नागपुर. शहर का मानकापुर चौक हादसों का केंद्र बनता जा रहा है. यहां हैवी वाहन गुजरने से कभी भी लंबा जाम लग जाता है. दिन में तो इस जाम से निपटने के लिए पुलिस और यातायात के जवान मौजूद रहते हैं लेकिन रात के समय कोई न रहने से यहां लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं. स्थानीय निवासियों के अनुसार मानकापुर चौक पर बने ब्रिज के नीचे रोड बनाने का काम धीमी गति से चल रहा है. रात के समय वाहन चालक कंफ्यूज होकर खुदी हुई सड़क पर हादसे का शिकार हो जाते हैं. रात में ड्यूटी लगाने के लिए कई बार पुलिस और प्रशासन को स्थानीय नागरिकों के साथ दूकानदारों ने निवेदन दिया लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. 

    बता दें कि शहर में मानकापुर चौक सबसे व्यस्ततम चौराहा है. यहां से कोराडी, कामठी, छिंदवाड़ा और अमरावती के लिए रोड जाता है. 24 घंटे में यहां से करीब 5,000 से ज्यादा वाहन गुजरते हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या हैवी वाहनों की होती है. हालांकि इसके लिए टाइम फिक्स कर रखा है लेकिन इसके बाद भी कई हैवी वाहन अचानक आ जाते हैं.

    दिन के समय तो ड्यूटी पर तैनात पुलिस और यातायात के जवान इन्हें कंट्रोल कर लेते हैं लेकिन शाम होने के बाद इनकी मनमानी शुरू हो जाती है. इन जवानों की मानें तो दिन में भी हैवी वाहन चालकों की दादागिरी से उन्हें दो-चार होना पड़ता है क्योंकि ड्यूटी पर लगे जवानों की संख्या कम होती है. अगर ज्यादा समय ट्रक संचालकों से उलझे तो तगड़ा जाम लग जाता है. 

    निर्माण से संकरी हो गई है सड़क

    मानकापुर चौक पर सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है. स्थानीय दूकानदारों की मानें तो यह कार्य बेहद धीमी गति से चलाया जा रहा है. काम कभी भी स्टार्ट हो जाता है तो कभी बंद कर दिया जाता है. सड़क का एक भाग खोदा गया होने के कारण वहां बैरीकेड्स लगा दिए गए हैं जिससे सड़क संकरी हो गई है जिससे वाहनों को निकलने में दिक्कत होती है. खासकर शाम के समय देर रात तक यहां प्रतिदिन जाम लगता है. इस जाम को खत्म करने के लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन के पास कोई सटीक उपाय नहीं है. इस कारण कई बार दुर्घटनाएं होती हैं. हर महीने करीग 15 से 20 एक्सीडेंट यहां आसानी से देखने के लिए मिल जाते हैं. स्थानीय निवासी तो यहां आने से भी हिचकिचाते हैं.  

    क्या कहते हैं स्थानीय निवासी 

    मानकापुर चौक पर हैवी वाहनों के कारण प्रतिदिन जाम लगता है. दिन के समय तो ड्यूटी पर यातायात या पुलिस का कोई न कोई जवान मौजूद रहता है जिससे यह स्थिति कम बन पाती है लेकिन शाम को जाम की विकट स्थिति हो जाती है. कभी-कभी तो लोग एक से दो घंटे जाम में फंसे रहते हैं. इसका कारण वाहनों का अनियंत्रित रूप से सड़क क्रॉस करना है. यहां कई वाहन चालक ट्रैफिक सिग्नलों को नहीं मानते. इन पर कार्रवाई करने के लिए रात को कोई नहीं रहता. इसी कारण जाम के साथ हादसे की आशंका रहती है.-रूबीना जेना, स्थानीय निवासी 

    चौक पर सड़क निर्माण कार्य बहुत ही धीमी गति से चल रहा है जिससे सड़क खुदी पड़ी है. इसके बगल में बैरीकेड्स लगा दिए गए हैं जिससे रास्ता संकरा हो गया है. यहां 24 घंटे में कोराडी कामठी के साथ छिंदवाड़ा और अमरावती के लिए करीब 5,000 से ज्यादा वाहन गुजरते हैं. शाम के समय तो प्रतिदिन लंबे जाम का सामना करना पड़ता है. इस जाम में कई बार एंबुलेंस फंस जाती है. बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाना मुश्किल पड़ता है. शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. – दिनेश गुप्ता, स्थानीय निवासी