नागपुर. मल्टीलेवल मार्केटिंग का काम करने वाली मनीप्लांट मार्केटिंग कंपनी ने सस्ते दाम में दोपहिया वाहन दिलाने का झांसा देकर 45 लोगों को चूना लगा दिया. प्रकरण दर्ज होने के बाद और भी पीड़ित आने का अनुमान लगाया जा रहा है. पुलिस ने सरोदेनगर, वाठोड़ा निवासी अजय रामभाऊ हिंगे (40) को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी भद्रावती निवासी गजानन नागोबा बोरीकर (42) की तलाश जारी है. बोरीकर मनीप्लांट मार्केटिंग कंपनी का संचालक है.
मल्टीलेवल चेन के जरिए उसने अपना व्यापार बढ़ाया और अलग-अलग स्कीमें लाईं. पीड़ित महिला वैशाली राजेश जांगड़े (34) ने अपने पड़ोसियों के पास नये दोपहिया वाहन देखे. पूछताछ में पता चला 75,000 रुपये का दोपहिया वाहन मनीप्लांट कंपनी ने 30,000 रुपये में दिलाया है. इसके लिए पहले कंपनी का सदस्य बनना होता है और अपने अधीन 4 सदस्य बनाने होते हैं. वैशाली को स्कीम पसंद आ गई. उन्होंने ने भी कंपनी के विद्यानगर स्थित कार्यालय में संपर्क किया. 15,000 रुपये देकर दोपहिया वाहन बुक कर लिया. कुछ दिन बाद उन्हें गाड़ी मिल गई और बचे 15,000 भी आरोपियों को दे दिए. कुछ दिन बाद आईडीएफसी बैंक के कर्मचारी वसूली के लिए लोगों के घर पहुंचे. तब पता चला कि ऐसी कोई स्कीम ही नहीं थी.
आरोपियों ने सदस्यता फार्म के नाम पर लोगों से आईडीएफसी बैंक के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर लिए थे. वाहन की पूरी रकम आईडीएफसी से फाइनेंस करवाई गई थी और लोगों से लिए गए 30,000 रुपये आरोपियों ने पचा लिए हैं. करीब 2 वर्षों से प्रकरण की जांच आर्थिक अपराध शाखा कर रही थी. मंगलवार को नंदनवन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया. हिंगे की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि बोरीकर की तलाश जारी है.