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    नागपुर/हिंगना. इसासनी रोड पर स्थित भीमनगर परिसर में रविवार की रात हुई बारिश से नाला ओवरफ्लो हो गया. बस्ती के बीच से पानी तेजी से बहने लगा. काम से घर लौट रहीं मां-बेटी तेज बहाव में बह गईं. देर रात मां की लाश तो मिल गई लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी बेटी का शव नहीं मिला. मृतकों में सुकमीबाई राधेलाल मात्रे (40) और अंजली राधेलाल मात्रे (17) का समावेश है.

    कई वर्षों पहले इसासनी परिसर में हुई मुरुम खुदाई के बाद यहां नाला बन गया. इसके आसपास लोगों ने अपने झोपड़े बना लिए और बस्ती को भीमनगर का नाम दे दिया. रविवार को आई तेज बारिश में जल बहाव इतना ज्यादा था कि दोनों तरफ के घरों में कमर तक पानी जमा हो गया.

    सुकमीबाई और अंजली महिंद्रा कंपनी के पास एक होटल में काम करती थीं. रात 9.30 बजे के दौरान दोनों काम निपटाकर घर की ओर निकलीं. जैसे-तैसे एक दूसरे का हाथ पकड़कर घर के पास पहुंचीं. लेकिन बहाव बहुत ज्यादा था. ऐसे में दोनों का पैर फिसल गया और पानी में बहने लगीं. चीख-पुकार होने पर लोगों को पता चला लेकिन इतने तेज बहाव में कोई बचाने भी नहीं जा सका. घर के पास ही एक बड़े गड्ढे में पानी जमा होता है लेकिन वह भी भर चुका था और पानी इसासनी की तरफ बढ़ता जा रहा था. घटना की जानकारी मिलते ही एमआईडीसी पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों को खोजने का काम शुरू किया गया.

    घर से करीब 1 किलोमीटर दूर सुकमीबाई का शव दिखाई दिया लेकिन अंजली का कुछ अता-पता नहीं था. एमआईडीसी के थानेदार उमेश बेसरकर ने बताया कि अंजली की तलाश जारी है. दमकल विभाग से मदद मांगी गई. साथ ही परिसर के 4 गोताखोरों को भी काम पर लगाया गया. सभी जगह जांच की गई लेकिन अंजली का कुछ पता नहीं चला. सोमवार को अंधेरा होने तक खोज अभियान चलता रहा. सुकमीबाई के पति राधेलाल अपने गांव गए हुए थे. सोमवार की सुबह उन्हें घटना की जानकारी दी गई. बेटा किसी आपराधिक मामले में जेल में बंद है. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. 

    पड़ोसी ने दोनों को नाला पार करते देखा था

    रात करीब 9 बजे लगातार बारिश शुरू हो गई. होटल मालिक ने उनसे पानी में न जाने का आग्रह किया. लेकिन दोनों को घर जाने की चिंता थी. पड़ोसी ध्रुपता पंचेश्वर ने उन दोनों मां-बेटी को घर आते देखा. उसके बाद वे दोनों नाले के पानी को पार करते हुए अपने घर की ओर जा रहे थीं कि देखते ही देखते वे दोनों नाले की बाढ़ के पानी में बह गईं. 

    नाले पर अतिक्रमण कर बना लिए मकान

    तहसीलदार प्रियदर्शिनी बोरकर एवं उपतहसीलदार महादेव दराडे ने घटनास्थल के समीप जाकर निरीक्षण किया. इस अवसर पर कैलास गिरी, सुशील मिश्रा, सरपंच नीलेश उइके, उप सरपंच मीना मेश्राम, ग्रापं सदस्य प्रीति राऊत उपस्थित थीं. भीमनगर में शिव मंदिर चौक के पास इस इलाके में कई लोगों ने नाले पर घर बना लिए हैं. मात्रे के घर के द्वार पर इस नाले का करीब 3 फीट पानी जमा हो गया था. नाले पर अतिक्रमण बढ़ने से बाढ़ का पानी निकलना मुश्किल हो रहा है.