nagpur fourth largest market in the country

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  • विदर्भ सहित MP, CG से आते हैं ग्राहक
  • 80 से अधिक दूकानें
  • 10,000 से अधिक डिजाइन में कार्ड
  • 50 वर्ष से अधिक पुराना मार्केट
  • 03 दूकानों के साथ हुई थी शुरुआत

नागपुर. इत्र ओली की खुशबू और डिजाइनर वेडिंग कार्ड की अनेक रेंज मिलने जैसी खूबियों के चलते शिवाजी चौक, गांधी गेट, महल आज सभी तरफ मशहूर है. वेडिंग कार्ड की नई-नई गैलरी शुरू होने के चलते यह क्षेत्र आज वेडिंग कार्ड का हब बन चुका है. यहां पर हर तरह के सादे कार्ड से लेकर डिजाइनर कार्ड की 10,000 से अधिक रेंज हैं. बदलते समय के साथ ग्राहकों की पसंद भी बदलती जा रही है जिसके चलते वेडिंग कार्ड की डिजाइन भी काफी आकर्षक होते चली जा रही है. अभी देखें तो सादे कार्ड बंद होते चले जा रहे हैं.

50 वर्ष पहले यहां कार्ड की मात्र 3 दूकानें हुआ करती थीं जो कि आज 80 से अधिक हो चुकी हैं. क्षेत्र में ऑफसेट प्रिंटर्स और पेपर मार्केट होने से ही यहां पर कार्ड की दूकानें काफी अधिक बढ़ी हैं. वर्तमान में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु के बाद यह चौथा सबसे बड़ा वेडिंग कार्ड मार्केट है. यहीं से पूरे विदर्भ, एमपी, छग में कार्ड की खरीदी करने के लिए ग्राहक आते हैं. 

दिल्ली-मुंबई से आते हैं कार्ड

व्यवसायी संजय राजधर बताते हैं कि अभी कम रेंज के कार्ड बिकना बंद हो गये हैं. आज ग्राहक डिजाइनर कार्ड की डिमांड अधिक करते हैं. यहां पर क्वांटिटी और विविध वैरायटी में कार्ड मिलते हैं. कार्ड की रेंज 10 रुपये से शुरू होकर 450 रुपये तक जाती है. यहां मैन्युफैक्चर्स नहीं होने के चलते कार्ड दिल्ली-मुंबई से आते हैं. वहीं बढ़ते प्रिंटर्स और पेपर मार्केट होने से 10 प्रश ऑफसेट कार्ड यहीं बनते हैं.   

ग्राहकों की बढ़ी च्वाइस

व्यवसायी धीरज पलसापुरे बताते हैं कि आज के युवा अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए कुछ न कुछ नया करते हैं. इसी के चलते वे कार्ड की च्वाइस भी कुछ हटकर करना चाहते हैं. च्वाइस बढ़ने के चलते ही कार्ड की डिजाइन में बदलाव आते जा रहा हैं. यहां पर हर तरह के कार्ड मिल जाते हैं. लेटेस्ट डिजाइन वाले कार्ड ऐसे हैं जिनमें ड्रायफ्रूट्स भी रहते हैं. 

देखते ही भा जाते हैं 

शैलेश अलने बताते हैं कि आज भी देहात से आने वाले ग्राहक मीडियम रेंज के कार्ड की ही खरीदी करते हैं. 15 से 30 रुपये कीमत वाला कार्ड 25 प्रश चलता है. डिजाइनर कार्ड 5 प्रश ही लोग लेते हैं. अभी जो भी डिजाइनर कार्ड आ रहे हैं वे देखते ही मन को भा जाते हैं. इन्हें काफी आकर्षक तरीके से बनाया जाता है. मार्केट में विदर्भ सहित एमपी, छत्तीसगढ़ से भी ग्राहक आते हैं. 4-5 वर्षों में मार्केट ने अच्छी ग्रोथ की है.

सभी तरह की सुविधाएं एक ही जगह

ग्राहकों को प्रिंटिंग, पेपर्स और कार्ड की सुविधाएं एक ही जगह मिल जाती हैं जिसके चलते यह मार्केट आज बढ़ता जा रहा है. वहीं कॉम्पिटिशन बढ़ने के चलते ग्राहकों को कार्ड सस्ते में और विविध डिजाइन में मिल जाते हैं. बस इसमें लगने वाले टैक्सेशन कम होने चाहिए. इससे व्यापार और अधिक बढ़ेगा. ट्रांसपोर्ट की सुविधा होने से दिल्ली से डायरेक्ट माल आता है. 

पार्किंग और सुलभ शौचालय जरूरी

व्यापारियों के अनुसार आज शहर के हर एक मार्केट की तरह ही यहां पर भी पार्किंग और सुलभ शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए. पार्किंग की सुविधा नहीं होने से ग्राहकों के साथ ही व्यापारियों को भी बहुत अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.