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    नागपुर. गिट्टीखदान थाना क्षेत्र में पड़ोसी रिश्तेदार द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण कार्य के चलते एक दीवार ढहकर सीमेंट की शीट वाली छत पर गिर गई जिससे वह ढह गई और भीतर मौजूद मां-बेटी बुरी तरह से जख्मी हो गई. उधर, घटना को 10 दिन बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने में देरी का आरोप लग रहा है. जाफरनगर में ईदगाह हिल्स के पास रहने वाले अब्दुल रहमान अब्दुल सलाम (54) ने बताया कि वह पेशे से कॉरपेंटर हैं. उनका भाई अब्दुल कमाल उनके पडोस में ही रहता है.

    रहमान के घर में सामने के कमरे में ही पक्की छत है. बाकी कमरों में सीमेंट शीट की कच्ची छत है. कमाल ने अपने कब्जे वाली जगह पर निर्माण कार्य शुरू किया है. रहमान का आरोप है कि जमीन के इस हिस्से को लेकर पहले ही उनका जामिया अर्बिया ट्रस्ट से कानूनी विवाद जारी है. बावजूद इसके कमाल द्वारा यह अवैध निर्माण कराया जा रहा है.

    महिला के पैर में लगे 17 टांके

    रहमान ने बताया कि मेरे घर की छत कच्ची होने से पहले की कमाल को काम शुरू करने से मना किया था लेकिन वह नहीं माना. इसी बीच 25 फरवरी को सुबह करीब 10.30 बजे मजदूरों की लापरवाही से एक दीवार मेरे घर की कच्ची छत पर आ गिरी जिससे पूरी छत टूट गई. इसी कमरे में उनकी बेटी और पत्नी थी. उन्हें गंभीर रूप से चोट लग गई. उनकी पत्नी के पैर में 17 टांके लगे और सिर पर चोट आई. 

    परिवार को जान से मारने की धमकी

    रहमान ने कहा कि घटना के बाद जब रहमान और उनके बेटे सलमान ने कलाम को फटकारा और टूट-फूट का खर्च मांगा तो वह धमकी देने लगा. उसने कहा कि जो बनता, वह कर लो. तब से वह उन्हें और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहा है. रहमान ने कहा कि वह 25 फरवरी को ही कलाम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने गिट्टीखदान थाने गये थे. उन्होंने लिखित शिकायत की लेकिन 2 दिन तक कोई भी स्पॉट देखने नहीं आया. करीब 10 दिन बीतने के बाद भी कलाम के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि कलाम के अवैध निर्माण के कारण उनका पूरा घर ही टूट सकता है. ऐसे में पुलिस से उम्मीद है कि उचित कानूनी कार्रवाई कर संभावित दुर्घटना को टाला जाए.