NMC Bank Scam

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  • 30 रिश्तेदारों को बैंक में दी थी नौकरी

नागपुर. सिटी में हो रहे शीत सत्र के पहले सप्ताह में विधानसभा की कार्यवाही के दौरान एसटी कर्मचारियों के बैंक में संचालकों द्वारा किए जा रहे भ्रष्ट तंत्र पर काफी गहमा-गहमी हुई. नियमों को ताक पर रखकर चल रही कार्यप्रणाली को लेकर आरबीआई के निर्देशों का भी हवाला दिया गया. इसी तरह का एक मसला नागपुर महानगर पालिका कर्मचारी सहकारी बैंक का भी है, जहां लंबे समय से संचालकों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली को लेकर न केवल आरोप लग रहे हैं, बल्कि सबूत भी उजागर हो रहे हैं. अब भर्ती घोटाले का कच्चा चिट्ठा ही उजागर किया गया. जिसमें संचालकों के किन परिजनों को नियमों को ताक पर नियुक्ति और पदोन्नति दी गई. इसका लेखाजोखा दिया गया है. विशेषत: पुराने संचालक मंडल पर कड़े आरोप लगाते हुए नई टीम ने बैंक की सत्ता हासिल की. अब नया संचालक मंडल भी घोटालेबाजों का कुनबा होने का आरोप लगाते हुए इसे बर्खास्त करने की मांग उठाई जा रही है.

न्यायालय में मामला, फिर भी पदोन्नति

सूत्रों के अनुसार पिछले संचालक मंडल के पदाधिकारियों ने अपने ही 30 रिश्तेदारों को नौकरी पर लगाने के लिए परीक्षा में धांधली की थी. जिसे लेकर मामला न्यायालय तक पहुंचा. उल्लेखनीय है कि पिछले संचालक मंडल द्वारा किए गए घोटालों को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया है. नए संचालक मंडल के पदाधिकारियों को भलीभांति इसकी जानकारी भी है. इसके बावजूद अदालत की परवाह किए बिना भर्ती घोटाले के सहारे लगे सभी कर्मचारियों को पदोन्नति देने का प्रस्ताव नए संचालक मंडल की बैठक में लाकर इसे मंजूरी भी प्रदान कर दी गई. सूत्रों के अनुसार नए संचालक मंडल के कुछ पदाधिकारियों ने सभी धांधलियों पर परदा डालने के लिए की तरह का भ्रष्ट तंत्र अपनाना शुरू कर दिया है. 

इस तरह है संचालकों के परिजन

पद संचालक परिजन रिश्ता
अध्यक्ष ईश्वर मेश्राम शुभम ईश्वर मेश्राम पुत्र
संचालक दिलीप देवगडे प्रशांत दिलीप देवगडे पुत्र
संचालक वसंत पाटिल वर्षा वसंत पाटिल पत्नी
पूर्व संचालक राधेश्याम निमजे पोषित राधेश्याम निमजे पुत्र
पूर्व संचालक राजेन्द्र ठाकरे कार्तिक राजेन्द्र ठाकरे पुत्र
पूर्व अध्यक्ष  विजय काथवटे श्वेतांबरी शिंदे बहु
पूर्व संचालक दत्तात्रय दहाके चंद्रप्रकाश दहाके भाई का लड़का
पूर्व संचालक विट्ठल क्षीरसागर प्रियंका कलंबे बहू
पूर्व संचालक प्रतिभा सिरिया निहारिका चौधरी बेटी

निबंधक कार्यालय से भी शिकायत

-शिकायतकर्ता के अनुसार बैंक में हुई धांधली को लेकर निबंधक कार्यालय से लेकर तमाम संबंधित विभागों से पत्राचार कर शिकायत दर्ज की गई है. किंतु संबंधित कार्यालय की ओर से भी किसी तरह की कार्रवाई दिखाई नहीं दे रही है.

-शिकायतकर्ता का मानना है कि एक ओर जहां इस तरह की धांधली की गई, वहीं बैंक की भर्ती प्रक्रिया में भी गड़बड़ी कर रिश्तेदारों को नौकरी प्रदान की गई है. इसे लेकर भी लगातार जांच की मांग की जारी है.  हालांकि जांच के बदले उन्हीं कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है.

-इस तरह के कई सवाल होने से पूरी जांच के लिए केंद्र और राज्य सरकार से शिकायत की गई है. यदि समय रहते भ्रष्ट संचालक मंडल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तो बैंक की वित्तीय हालत खराब होने की संभावना है.

-बैंक की ओर से हर वर्ष सदस्यों को लाभांश बाटा जाता है. बैंक के इतिहास में पहली बार हुआ है कि सदस्य लाभांश से वंचित है. इससे बैंक की वित्तीय स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.