नागपुर. आयकर विभाग ने 2 प्रकार के छापे मारे है. इनमें से पहले वाले प्रकार में गंभीर जानकारियां सामने आई है. आईटी विभाग इस बारे में पहले ही प्रेस जानकारी दे चुका है. विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि विभाग को अनिल देशमुख रिश्वतखोरी कांड में 1,050 करोड़ रुपये के बड़े सबूत मिले हैं. यह कार्रवाई पवार परिवार पर नहीं है. पवार परिवार के अन्य सदस्य अन्य व्यवसाय भी चलाते हैं. 5 चीनी मिलों की बिक्री की जांच की गई.
फडणवीस ने यह भी बताया कि बिक्री गलत थी और करों का भुगतान करके काले धन को सफेद करने का एक तरीका था. इस कार्रवाई पर किसी को शक करने का कोई कारण नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि हो सकता है कि विभाग ने पुख्ता जानकारी के चलते यह कार्रवाई की हो.
फडणवीस ने कहा कि पहली छापेमारी में मिले सबूतों में मंत्री और अधिकारी के कारनामे भी सामने आए. यह इतना बड़ा घोटाला राज्य ही नहीं देश में भी है. ऐसे में वहां के निदेशकों पर चीनी मिलों पर छापेमारी की जा रही है. यह पवार परिवार पर धावा बोलकर बदला लेने का तरीका नहीं है.