नागपुर: महाराष्ट्र (Maharashtra) में विपक्षी दलों (Opposition Leaders) के नेताओं ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं ‘‘वेंटिलेटर पर” हैं। महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के नेताओं ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत और उनके विभाग के खिलाफ नारे लगाए। एमवीए गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का शरद पवार गुट और कांग्रेस शामिल हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट सफेद कोट पहने, स्टेथोस्कोप और स्ट्रेचर लेकर विधान भवन के बाहर सीढ़ियों पर एकत्र हुए। दानवे ने पत्रकारों से कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं खराब हालत में हैं।
उन्होंने कहा कि नागपुर, नांदेड़, छत्रपति संभाजीनगर और ठाणे जिले के कलवा के सरकारी अस्पतालों में कई मौतें हुई हैं। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर हैं।”
उन्होंने दावा किया कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी है और सरकार पर मरीजों को उचित स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने में असमर्थ होने का आरोप लगाया।
#WATCH महाराष्ट्र विधानसभा शीतकालीन सत्र | राज्य भर के सरकारी अस्पतालों में हुई मौतों को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/OjfFh2eQuc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2023
नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में सितंबर में शिशुओं सहित कम से कम 31 मरीजों की मौत हुई थी, जबकि दो से तीन अक्टूबर के बीच छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 18 मरीजों की मौत हुई थी। ठाणे के कलवा में छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में अगस्त में 24 घंटों में 18 लोगों की मौत की सूचना मिली। (एजेंसी)