नागपुर. शहर के आसपास के क्षेत्रों में आने-जाने के लिए अब यात्रियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा. इसके लिए एसटी महामंडल ने तैयारी कर ली है. इसके पहले चरण में करीब 8 मुख्य स्थानों के लिए सुबह 6 से शाम 7 बजे तक हर 1 से 2 घंटे के अंदर यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए बसें उपलब्ध रहेंगी. इसके लिए जितने मैन पावर की जरूरत पड़ेगी, मंडल उपलब्ध कराएगा. अधिकारियों की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा बसें एसटी कर्मी ही चलाएं. यह जानकारी प्रेसवार्ता के दौरान एसटी महामंडल के विभागीय नियंत्रक नीलेश बेलसरे ने दी.
उन्होंने बताया कि निजी कंपनी के लोगों को फिलहाल सिलेक्टेड जगहों पर ही भेजा जाएगा. ऐसा करने के पीछे मंडल का मकसद रिस्क कम करना है. फिलहाल यात्रियों को अमरावती, चंद्रपुर, भंडारा, वर्धा के लिए हर एक से डेढ़ घंटे में सुबह 6 से लेकर शाम 7 बजे तक बसें उपलब्ध रहेंगी. वहीं रामटेक, सावनेर, उमरेड, काटोल के लिए हर 2 घंटे में सुबह 8 से लेकर शाम 6 बजे तक बसें उपलब्ध रहेंगी. इसके साथ ही यवतमाल, गड़चिरोली, गोंदिया, साकोली, देवरी, हिंगनघाट, पांढरकवड़ा, वरुड और मोर्शी मार्ग पर दिन में करीब 4 बसें यात्रियों की संख्या के अनुसार उपलब्ध रहेंगी.
दोषी के खिलाफ होगी FIR
विभागीय नियंत्रक के अनुसार यात्रियों की सुविधा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. सफर के दौरान उन्हें सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाना भी मंडल का उद्देश्य है. इस दौरान बसों की किराया वसूली में होने वाली गड़बड़ी को रोकने के लिए भी हर मार्ग पर तीन चैक पोस्ट बनाए जाएंगे. जो यात्रियों की संख्या को चैक करके अपनी रिपोर्ट बनाएंगे जहां गड़बड़ मिलेगी वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी. दोषी कर्मी को तुरंत नौकरी से विदा कर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
अनुपस्थित कर्मचारी काम पर लौटें
जिन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस नहीं मिला है. वे कर्मचारी अपनी नौकरी पर ज्वाइनिंग कर सकते हैं. विभागीय नियंत्रक के अनुसार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी. यह मंडल लिखकर दे चुका है लेकिन जिन कर्मचारियों को नोटिस मिल चुका है, उनके बारे में निर्णय सरकार या महामंडल का आलाकमान लेगा. मंडल के पास बसों की कोई दिक्कत नहीं है. सिर्फ कर्मचारियों की कमी है जिसे कुछ ही दिन बाद पूरा कर लिया जाएगा.