CBI

Loading

नागपुर. निजी संस्थान को अवैध तरीके से लाभ पहुंचाने की एवज में रिश्वतखोरी करने वाले पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन (पेसो) के 3 अधिकारियों की मुश्किलें और बढ़ती दिखाई दे रही हैं. रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई ने पेसो के डिप्टी चीफ कंट्रोलर विवेक कुमार और अशोककुमार दलेला को गिरफ्तार किया था. विवेक के घर की तलाशी लेने पर सीबीआई को 90 लाख रुपये नकद बरामद हुए थे, जबकि दलेला के घर से 2.78 लाख रुपये जब्त किए गए थे.

वहीं बिचौलिये की भूमिका निभा रहे प्रियदर्शन दिनकर देशपांडे के घर पर 1.25 करोड़ रुपये नकद मिले थे. विवेक के घर पर इतनी मोटी रकम देखकर सीबीआई के अधिकारी भी चकरा गए. सीबीआई का मानना है कि विवेक ने अपने पद का दुरुपयोग करके अवैध तरीके से रिश्वतखोरी की मोटी रकम जमा की है, इसीलिए विवेक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया जाएगा.

दलेला के घर पर सीबीआई को ज्यादा रकम नहीं मिली है लेकिन पी. कुमार के घर की जांच करने पर नकद 5.86 लाख रुपये और 3 फ्लैट के दस्तावेज मिले. एक फ्लैट मुंबई के समीप पनवेल में, दूसरा दिल्ली से सटे वैशाली में और तीसरा मेरठ में है. ये तीनों फ्लैट सीबीआई ने सील कर दिए हैं. अलग-अलग दल इन तीनों फ्लैट की तलाशी लेने वाले है. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि विवेक, दलेला और पी. कुमार तीनों ही सरकारी आवास की बजाय किराये के मकान में रहते हैं. उनकी गतिविधियों के बारे में अन्य अधिकारी और कर्मचारियों को पता न चले इसीलिए तीनों किराये के मकान में रहते हैं.

देशपांडे के घर पर मिले 1.25 करोड़ रुपये को भी इस प्रकरण से जोड़ा जा रहा है. संदेह है कि आरोपी देशपांडे के पास ही अपनी काली कमाई रखते थे. विवेक पर तो आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज होना तय माना जा रहा है लेकिन अन्य 2 के खिलाफ सीबीआई सबूत जमा कर रही है.