नागपुर. पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार द्वारा शनिवार की रात ऑपरेशन ऑल आउट के आदेश जारी करते ही पूरी शहर पुलिस रास्ते पर उतर गई. शहर के सभी आला पुलिस अधिकारी और थानेदारों ने रातभर धरपकड़ अभियान चलाया. इस कार्रवाई से अपराधियों में हड़कंप मच गया. 87 फरार आरोपी पुलिस के हाथ लगे. इसके अलावा भी कई अपराधियों की जांच की गई.
शहर के अपराधियों में खाकी का डर पैदा करने और हिस्ट्रीशीटर्स पर निगरानी करने के इरादे से सीपी ने शनिवार को सभी आला अधिकारियों को धरपकड़ अभियान में शामिल रहने के आदेश दिए थे. क्राइम ब्रांच सहित सभी डीसीपी अपने जोन के थानेदारों के साथ खोज अभियान में जुट गए.
हर एक स्लम बस्ती में पुलिस ने दबिश दी. सारे अवैध काम करने वाले अपराधियों की जांच की गई. अलग-अलग मामलों में फरार 255 आरोपियों पर ध्यान केंद्रित किया गया. सभी के घर पर दबिश दी गई. कुल 87 फरार आरोपी पुलिस के हाथ लग गए. इसके अलावा 276 हिस्ट्रीशीटर्स की सूची भी बनाई गई थी. सभी के घर जाकर उनकी गतिविधियों की जानकारी ली गई. कोर्ट द्वारा जारी किए गए वारंट में 22 आरोपियों को पकड़ा गया.
समन्स से बचने वाले 89 आरोपियों को भी नोटिस दिया गया. इस अभियान में शराब विक्रेता भी नहीं बचे. शहर के अलग-अलग इलाकों में शराब बेचने वाले 40 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई. मुंबई पुलिस एक्ट के तहत 35 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस दौरान पुलिस ने देर रात घूमने वाले युवाओं को भी नहीं बख्शा. मोटर वेहिकल एक्ट के तहत 184 लोगों को चालान किया गया. साथ ही 2 लोगों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया. कुल 22 तड़ीपार आरोपियों के घर पर दबिश दी गई. 1 तड़ीपार बिना अनुमति शहर में मिला.