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नागपुर. रेत और ट्रांसपोर्ट व्यवसायी आयुष त्रिवेदी (26) की मृत्यु के मामले को लेकर पुलिस अब भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है. उसने आत्महत्या की या किसी ने हत्या की, इस पर अब भी संभ्रम बना हुआ है. गुरुवार को पुलिस और फॉरेंसिक जांच टीम आयुष के घर पर पहुंची. पुलिस ने आयुष के कमरे में क्राइम सीन को रिक्रिएट करने का प्रयास किया. इसकी मुख्य वजह आयुष के सिर पर लगी गोली है.

सिर के पिछले हिस्से में पिस्तौल से फायर किया गया था. किसी भी व्यक्ति के लिए खुद के सिर की पिछली तरफ पिस्तौल रखकर फायर करना कठिन है. पुलिस का मानना है कि आयुष सीधे कनपटी या मस्तक पर पिस्तौल रखकर भी फायर कर सकता था.

यही कारण है कि पुलिस आयुष द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात पचा नहीं पा रही है. इतने करीब से फायर करने पर आमतौर पर गोली दूसरी तरफ से बाहर निकलती है लेकिन आयुष ने जिस पिस्तौल से फायर किया था वह देसी बनावट की है. उसकी तीव्रता ज्यादा नहीं होती. उसकी मौत का राज अभी खुलना बाकी है.

सूत्रों का दावा है कि प्रकरण में बड़े खुलासे हो सकते हैं लेकिन फिलहाल पुलिस कोई ठोस नतीजे तक नहीं पहुंची है. व्यावसायिक कर्जबाजारी में आयुष ने आत्महत्या की, यह बात भी किसी को हजम नहीं रही है. जो लड़का देर रात तक अपनी मां से सामान्य बातचीत कर रहा हो वह रात में अचानक इस तरह का कदम क्यों उठाएगा. सच्चाई का पता लगाने के लिए डॉक्टरों की भी राय ली जा रही है.