Two sub-inspector line spot charged for assault with youth
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  • 8,882 लापता हुईं 5 वर्षों में
  • 8,501 को पुलिस ने खोज निकाला

नागपुर. लापता युवतियों और महिलाओं को खोजने में नागपुर पुलिस अव्वल है. इन शिकायतों को गंभीरता से लेकर कार्य करने के परिणामस्वरूप पुलिस को सफलता मिल रही है. पिछले 5 वर्षों में शहर से 8,882 महिलाएं एवं युवतियां गायब हुईं जिनमें से 8,501 को खोज निकालने में पुलिस को सफलता मिली है. ये आंकड़े राज्य में काफी बेहतर हैं. 381 महिलाओं को ही पुलिस नहीं खोज पाई है.

शहर में अत्याचार या कम उम्र की युवती को गायब करने की कई खबरें आती रहती हैं. महिलाओं और युवतियों के गायब होने से परिजनों की स्थिति भी खराब होती है. पुलिस पर भरोसा कर वे शिकायत दर्ज कराते हैं और उन्हें सफलता भी मिलती है. 2019 से मई 2023 तक 7,413 महिलाएं और 1,469 कम उम्र की लड़कियां गायब होने की शिकायत पुलिस को मिली थी.

पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार द्वारा गठित मानव तस्करी विरोधी पथक (एएचटीयू) ने इस संकट को दूर करने का पूरा प्रयत्न किया है. स्वतंत्र रूप से जांच करने के कारण उन्होंने बेहतर परिणाम भी दिखाए हैं. फोकस के साथ शोध करने से अधिकांश मामलों को निपटा लिया गया है. यही कारण है कि 8,501 मामलों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया और परिजनों की चिंता को दूर किया गया है. अब तक गायब 381 लापता युवती के मामले की गंभीरतापूर्वक जांच की जा रही है. शोध में यह भी पता चला है कि लापता हुईं. 

13 से 17 वर्ष की लड़कियां ज्यादा हैं. शारीरिक आकर्षण के जाल में फंसकर ये लड़कियां घर छोड़कर चली जाती हैं. कई महीनों बाद आकर्षण खत्म होने के बाद घर वापस भी आ जाती हैं. यह भी देखा गया है कि गायब युवती को देह व्यापार, अंग बिक्री, मादक पदार्थ की बिक्री के धंधे में भी झोंक दिया जाता है. देह व्यापार में धकेला जाना अभिभावकों के लिए धक्कादायक हो जाता है.