सीमेंटीकरण के बाद भी संकरी हो गईं सड़कें, सक्करदरा से आजमशाह चौक तक धीमी हो जाती है वाहनों की गति

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    नागपुर. सिटी में सड़कों का विस्तार हुआ है. कई जगह सीमेंटीकरण भी पूरा हो गया है. बाकायदा फुटपाथ बनाये गये हैं लेकिन यातायात समस्या का समाधान नहीं हो सका. व्यस्त इलाकों में अब भी सुबह से लेकर रात तक एक जैसी स्थिति बनी रहती है. त्योहारी सीजन में तो स्थिति और भी बिगड़ जाती है. इतवारी, सक्करदरा की सड़कों पर दोपहिया वाहन की गति 20-30 किमी से आगे नहीं बढ़ पाती. 

    गुरुवार की सुबह 10.30 बजे सक्करदरा चौक से आजमशाह चौक इतवारी तक चलते हुए अतिक्रमण, गड्ढे, आड़े-तिरछे वाहन जैसी समस्याएं देखने को मिलीं. सक्करदरा चौक से जूनी शुक्रवारी तक सीमेंट रोड बन गया है. फुटपाथ भी बनाया गया है लेकिन दूकानदार सुबह से फुटपाथ और उससे आगे फलक लगा देते हैं. ठेले वाले भी सुबह से ही जम जाते हैं.

    किनारे हिस्से में दूकानों में काम करने वालों के वाहनों की पार्किंग से ही भीड़ बढ़ जाती है. इस हालत में ग्राहकों के दोपहिया वाहन की पार्किंग के लिए जगह ही नहीं रहती. महज 30 फिट संकरी सड़क बन जाती है. नई सीमेंट रोड पर कुछ जगह डिवाइडर तक नहीं लगाए गये हैं. यही वजह है कि वाहन चालक आड़े-तिरछे निकलने के चक्कर में अन्य वाहन चालकों के लिए मुसीबत खड़ी कर देते हैं.

     

    जूनी शुक्रवारी रोड पर पार्किंग की समस्या 

    जूनी शुक्रवारी से महल की ओर जाने पर भी वाहनों की गति धीमी ही रहती है. जूनी शुक्रवारी में सीमेंटीकरण हो गया है लेकिन करीब 30 फिट की सड़क का ही इस्तेमाल होता है. लोग घरों के सामने अपने दोपहिया और चार पहिया वाहन खड़े कर देते हैं. ये वाहन कई दिनों तक रहते हैं. इस बीच कोई ई-रिक्शा बीच में आ जाये तो फिर अन्य वाहनों की कतार लग जाती है. चौक से महल की ओर जाते वक्त कुछ ही दूरी तक सड़क चौड़ी है. बाद में फिर संकरी हो जाती है. झंडा चौक से आयचित मंदिर लकड़ा पुल तक सीमेंटीकरण होने से चौड़ी भी हुई है लेकिन यहां भी दोनों ओर सब्जी वालों की दूकानें लगती हैं. कुछ जगहों पर गटर के ढक्कन भी टूट गये हैं. उन्हें रिपेयर नहीं किये जाने से अक्सर दुर्घटना का खतरा बना रहता है. सुबह और शाम के वक्त ट्रैफिक अधिक होने से वाहनों की रेलमपेल मची रहती है. 

    कुछ जगह गड्ढे भी 

    आयचित मंदिर रोड से आजमशाह चौक तक सीमेंटीकरण नहीं हुआ है. अब भी डामरीकरण ही है. यही वजह है कि कई जगह गड्ढे हो गये हैं. पिछले दिनों गड्ढों को बुझाया गया था लेकिन हालत जस की तस हो गई है. इसी मार्ग पर एक पुलिस चौकी भी है. आजमशाह चौक पर पहले की अपेक्षा ट्रैफिक बढ़ने लगा है.

    जब ट्रैफिक पुलिस न हो तो ऑटो वाले सरेआम नियमों का उल्लंघन कर निकलते हैं. उन्हें देखते हुए अन्य वाहन चालक भी रेड सिग्लन में निकल जाते हैं. इस पूरे मार्ग से गुजरते हुए दोपहिया वाहन की गति 30 से ज्यादा नहीं हो पाती. इससे अधिक गति हो जाये तो फिर दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.