नागपुर. इन दिनों सिटी की सड़कों पर रेती से भरे टिप्परों की संख्या बढ़ गई है. रात के वक्त टिप्परों की सक्रियता से दुर्घटना का भी खतरा बढ़ गया है. हुड़केश्वर परिसर में रात के वक्त टिप्पर चालक पुलिस की नजर से बचने के लिए गली-मोहल्ले की सड़कों से निकल रहे हैं. इससे एक ओर जहां सड़कें खराब हो रही हैं वहीं दूसरी ओर दुर्घटना का भी खतरा बढ़ गया है.
हुड़केश्वर-नरसाला क्षेत्र में रेती के टिप्परों की आवाजाही बढ़ गई है. कन्हान और आसपास के नदी घाटों से रेती लाई जाती है. अवैध रूप से परिवहन किये जाने की वजह से ही रात के वक्त टिप्परों की कतार निकलती है. हुड़केश्वर पुलिस स्टेशन रोड से होते हुए पिपला ग्राम पंचायत के पिछले वाली सड़क से ये टिप्पर निकलते हैं. रात के वक्त होने वाले शोर से नागरिक भी परेशान हो गये हैं. वहीं गली-मोहल्ले की संकरी सड़कों से गुजरने के कारण घरों के सामने रखे वाहन और दीवारों को भी खतरा निर्माण हो गया है.
विहिरगांव से हुड़केश्वर रोड तक रांग साइड दौड़ रहे
भंडारा रोड और जबलपुर रोड की ओर से आने वाले टिप्पर विहिरगांव के पास से रांग साइड निकलते हैं. ये हुड़केश्वर रोड से होते हुए शहर के भीतर प्रवेश करते हैं. रांग साइड होने के कारण फोर लेन पर दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है लेकिन इन टिप्पर चालकों की ज्यादती पर रोक नहीं लगाई जा रही है. सुबह 5 बजे से ही हुड़केश्वर रोड पर वाहन दौड़ने लगते हैं. मार्किंग वॉक को जाने वाले भी इन टिप्परों की वजह से दहशत में हैं. नागरिकों का कहना है कि जब भारी वाहनों को शहर के भीतर प्रवेश करने का निश्चित समय तय किया गया है तो फिर मनमानी क्यों की जा रही है. संबंधित विभाग द्वारा ध्यान दिये जाने की मांग की गई है.