Sontu Jain
ठग क्रिकेट बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन

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नागपुर. डायमंड एक्सचेंज के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला सोंटू उर्फ अनंत जैन तो जेल की सलाखों के पीछे है लेकिन इस धंधे में उसका साथ देने वाला उसका भाई मोंटू उर्फ धीरज जैन अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस ने मोंटू को भगौड़ा घोषित करने के लिए वारंट जारी किया है.

बताया जाता है कि मोंटू की तलाश करने के लिए सीपी अमितेश कुमार ने विशेष जांच दल गठित किया है. 3 राज्यों में पुलिस उसकी तलाश कर रही है. सोंटू को हवाला के जरिए जाने वाली रकम पहले मोंटू के पास पहुंचती थी. मोंटू ही रकम को ठिकाने लगाता था. प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस ने सोंटू के घर पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये का माल जब्त किया था. इसके बाद से ही सोंटू के परिजन और मोंटू गायब हो गए.

प्रकरण में उसकी भूमिका सामने आने के बाद पुलिस ने मोंटू को भी सह आरोपी बनाया. जानकारी मिली है कि सोंटू ने ही मोंटू को भगाने में भी मदद की. फरार होने के बाद उसके राजस्थान में होने की पुष्टि हुई थी. स्थानीय रिश्तेदारों ने उसे पनाह दी थी, इसीलिए एक टीम राजस्थान, दूसरी टीम कोलकाता और तीसरी टीम महाराष्ट्र में ही अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर मोंटू का पता लगा रही है. ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट में भी राहत नहीं मिलने के बाद 16 अक्टूबर को सोंटू ने न्यायालय में सरेंडर किया था. पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद वह नागपुर सेंट्रल जेल में है. जेल में सुविधाएं पाने के लिए उसने कुछ लोगों से संपर्क किया था, इसीलिए पुलिस विभाग ने जेल अधिकारियों को भी चेताया है.

पुलिस की जांच से पहले लॉकर से करोड़ों रुपये का माल गायब करने के मामले में भी वह आरोपी है. इस मामले में पुलिस एक्सिस बैंक के मैनेजर अंकेश खंडेलवाल, डॉ. गौरव बग्गा और बंटी उर्फ दिनेश कोठारी को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस अब इस मामले में सोंटू की गिरफ्तारी की तैयारी में है. न्यायालय से अनुमति लेकर उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा.

सोंटू डायमंड एक्सचेंज डॉट कॉम नामक गेमिंग एप्लिकेशन के जरिए लोगों को फंसा रहा था. इस एप्लिकेशन में चर्चित सटोरिया राकेश राजदेव (आरआर) 60 प्रश और सोंटू 40 प्रश का भागीदार था. जानकारी मिली है कि यह गेमिंग एप्लिकेशन अब भी उपलब्ध है, इसीलिए पुलिस केंद्र सरकार से यह एप्लिकेशन बंद करवाने के लिए भी पत्र व्यवहार कर चुकी है.