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    नागपुर. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्विद्यालय में सीनेट चुनाव की सरगर्मियां तेज होने लगी हैं. मैदान में उतरे सभी संगठन अपने-अपने स्तर पर एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. कॉलेजों में शिक्षकों से मिलने के साथ ही घर-घर जाकर भी संपर्क अभियान में जुट गये हैं. वहीं स्नातक वर्ग के लिए उम्मीदवार सोशल मीडिया का इस्तेमाल रहे हैं.

    इस बार शिक्षक वर्ग की 10 सीटों पर जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है. इसकी मुख्य वजह कुछ अधिकारियों की प्राध्यापक पत्नियां और बेटे भी चुनाव में खड़े हुये हैं. नियमानुसार अधिकारी कॉलेजों में जाकर प्रचार नहीं कर सकते. यही वजह है कि प्राध्यापकों के घरों में जाकर संपर्क कर रहे हैं. सभी संगठनों के जोर लगाने की एक वजह यह भी है कि जनवरी में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव होने वाले हैं. ये प्राध्यापक उस चुनाव के लिए भी मतदाता होंगे. वहीं स्नातक वर्ग के लिए उम्मीदवारों द्वारा सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है. मतदाता सूची में नाम के आधार पर संपर्क अभियान तेज हो गया है.

    इस बार स्नातक वर्ग में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है. उम्मीदवारों में अधिकांश दूसरे-तीसरे टर्म के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि कुछ संगठनों ने शिक्षक वर्ग में नये उम्मीदवारों को भी अवसर दिया है. ये वे उम्मीदवार हैं जिनके प्रभाव में प्राध्यापकों की संख्या अधिक है. पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा. इसकी मतगणना 22 नवंबर को होगी. वहीं 30 नवंबर को स्नातक वर्ग के लिए मतदान होगा. चुनाव के लिए 4 जिलों में कुल 95 मतदान केंद्र बनाए गये हैं. इसकी मतगणना 2 दिसंबर को होगी. विवि प्रशासन की ओर से भी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.

    कोर्ट के फैसले पर भी नजर 

    दरअसल चुनावी प्रक्रिया पर आपत्ति जताते हुए सीनेट का चुनाव लड़ रहे प्रशांत डेकाटे और अन्य 2 सदस्यों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. सोमवार को याचिका पर सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने उपकुलपति, रजिस्ट्रार और अन्य को नोटिस जारी कर 21 नवंबर तक जवाब दायर करने के आदेश दिए. यही वजह है कि स्नातक सीट के लिए 30 नवंबर को होने वाले चुनाव को लेकर सभी की नजरें टिकी हुई हैं.