Sharad Pawar-Ramesh Baraskar
शरद पवार-रमेश बारसकर (डिजाइन फोटो)

Loading

नागपुर: राजनीति (Maharashtra Politics) में कब क्या हो जाये यह कोई नहीं बता सकता। जैसा की हम सब जानते है इस वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) ने इस लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए अलग से उम्मीदवार उतारना शुरू कर दिया है। VBA पार्टी अब तक कुल 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार दे चुकी है। बता दें कि पार्टी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने माढ़ा लोकसभा सीट (Madha Lok Sabha Seat) से रमेश बारसकर (Ramesh Baraskar) को टिकट दिया है।

दरअसल रमेश बारसकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता हैं। इस बीच, बारसकर एनसीपी छोड़कर वंचित बहुजनअघाड़ी (वीबीए) में शामिल हो गए हैं। इसी वजह से शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने बारसकर को पार्टी से निकाल दिया है। ऐसे में अब बारस्कर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।

बारसकर पार्टी से निष्कासित

जानकारी के लिए आपको बता दें कि रमेश बारसकर शरद पवार की पार्टी एनसीपी के राज्य सचिव के पद पर कार्यरत थे। लेकिन वंचित को टिकट देने के बाद अब उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि एनसीपी ने यह फैसला लेते वक्त वंचित या वंचित के किसी अन्य नेता का जिक्र नहीं किया। हाल के दिनों में बारसकर का अजित पवार की पार्टी एनसीपी नेता छगन भुजबल और वकील गुणरत्न सदावर्ते से संपर्क बढ़ गया था। शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने सफाई दी है कि इस मामले पर विचार करते हुए उन्हें बाहर करने का फैसला लिया गया है।

भुजबल के संपर्क में रहने का दावा

पार्टी ने आरोप लगाया कि बारसकर का ओबीसी नेता छगन भुजबल और एडवोकेट गुणरत्न सदावर्ते से संपर्क बढ़ा। शुरुआत में उन्होंने एनसीपी से टिकट पाने के लिए काफी कोशिशें की। लेकिन जैसे ही उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें मौका नहीं मिलेगा, उन्होंने वंचित से संपर्क किया। बारसकर को टिकट मिलते ही अब माढ़ा में चुनाव कठिन होने वाला है।