Duronto Express

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  • हजारों यात्रियों की मुसीबतें होंगी कम

नागपुर. ट्रेन 12290/89 नागपुर-मुंबई-नागपुर दुरंतो एक्सप्रेस में स्लीपर कोच की संख्या 2 से बढ़ाकर 6 कर दी गई. रेलवे के इस निर्णय ने उन हजारों आम और मध्यमवर्गीय यात्रियों को राहत दी जो अक्सर अपने कामों से नागपुर और मुंबई के बीच सफर करते थे. लेकिन रेलवे यह बदलाव 22 नवंबर से लागू करेगी, जबकि दशहरा 24 अक्टूबर और दीपावली 12 नवंबर को मनाई जानी है. बेहतर होगा यदि यह निर्णय दशहरा से पहले लागू कर दिया जाए. हजारों यात्रियों के लिए राहत का यही असली समय होगा.

अभी यह हाल तो त्योहारों में क्या होगा

कैलेंडर के अनुसार 24 अक्टूबर को दहशरा है और 12 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी. स्लीपर कोच की संख्या 8 से घटाकर 2 करने पर यात्री एक दूसरे पर बैठकर सफर करते दिखाई दिए. भारतीय रेलवे की सबसे सफल ट्रेनों में शामिल नागपुर-मुंबई-नागपुर दुरंतो में यात्रियों के इस हाल ने पूरे देश का ध्यान खींचा. दशहरा और दीपावली के एक सप्ताह पहले और बाद तक टिकटों की भारी मांग के चलते ट्रेनों में टिकट जारी करना बंद कर दिया जाता है. दुरंतो एक्सप्रेस में सामान्य दिनों में स्लीपर क्लास में लंबी वेटिंग लिस्ट नजर आती है तो त्योहारी सीजन का अंदाजा लगाना कठिन नहीं है. जब अभी यह हाल है तो फिर दशहरा और दीपावली में क्या हाल होगा. 

90 दिनों का नियम आता है आड़े

जानकारों की मानें तो राष्ट्रीय आपदा या आकस्मिक स्थिति के बिना नियमित ट्रेनों में किसी भी प्रकार का बदलाव संबंधी निर्णय लागू करने के लिए 90 से 120 दिनों का समय लिया जाता है क्योंकि ट्रेनों में आरक्षण ही इस अवधि में शुरू किया जाता है. ऐसे में कोच या रैक बदलाव संबंधी निर्णय को इस अवधि के बीच लागू करने से कन्फर्म टिकटधारी यात्री को नुकसान हो सकता है. हालांकि वर्तमान में स्लीपर टिकट बुकिंग के दौरान अपग्रेडेशन का विकल्प चुनने वाले कई यात्री थर्ड एसी में सफर कर ही रहे हैं. कुछ ऐसा ही त्योहारी सीजन में भी संभव है, इसलिए यदि उक्त निर्णय दशहरा से पहले लागू हो तो सैकड़ों के नुकसान की तुलना में हजारों यात्रियों को सुखद राहत मिल जाएगी.