नदी में डूबने से बेटे की मौत, धापेवाड़ा की चंद्रभागा नदी में गये थे गौरी विसर्जन करने

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सावनेर. सावनेर थाना अंतर्गत धापेवाड़ा स्थित चंद्रभागा नदी में परिजन के साथ गौरी विसर्जन को गये 18 वर्षीय एक युवक की मौत होने से गांव में मातम छा गया. जानकारी अनुसार धापेवाड़ा स्थित कोलबा स्वामी मंदिर के बाजू से बहने वाली चंद्रभागा नदी में सुबह से महिलाओं द्वारा गौरी विसर्जन किया जा रहा था. दोपहर 12 बजे के करीब अपनी मां के साथ 18 वर्षीय सागर दिनेश लाडसे व 17 वर्षीय साजन दिनेश लाडसे गौरी विसर्जन हेतु साथ में आये. मां नदी में गौरी विसर्जन कर रही थी.

वहीं दोनों भाई नदी में नहाने उतरे. नदी में पानी ज्यादा होने से वे दोनों ही डूबने लगे. उसी समय किनारे खड़े कुछ लोगों ने तुरंत नदी में कूदकर 17 वर्षीय साजन को बाहर निकाला. कुछ देर पश्चात 18 वर्षीय सागर को बाहर निकालकर उसे तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धापेवाड़ा ले गये, वहां डॉक्टरों ने ज्यादा देर पानी में रहने से उसकी मृत्यु होने की पुष्टि की.

घटना की जानकारी प्राप्त होते ही सावनेर के थानेदार रवींद्र मानकर, समाजसेवी हितेश बन्सोड़ अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. सागर के शव को शवविच्छेदन हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण केन्द्र सावनेर भेजा गया. थानेदार रवींद्र मानकर के नेतृत्व में हादसे की जांच की जा रही है.

नदी घाट पर प्रशासन ने बरती लापरवाही

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धापेवाड़ा की चंद्रभागा नदी में गौरी विसर्जन स्थल पर सुबह से ही महिलाओं तथा उनके साथ आनेवाले छोटे बच्चों की नदी तालाब तथा गौरी विसर्जन के अन्य स्थानों पर भीड़ उमड़ने लगी थी. ऐसे में उक्त स्थान पर पुलिस बंदोबस्त तथा स्थानीय गोताखोरों की तैनाती करना स्थानीय ग्राम पंचायत तथा पुलिस प्रशासन की जवाबदारी थी. लेकिन ऐसा नहीं किया गया और एक परिवार का चिराग गणेश चतुर्थी के दिन बुझने से इस घटना को लेकर गांव में वातावरण शोकाकुल बन गया.