Gadkari
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    नागपुर. सौर ऊर्जा सस्ता पर्याय है. आज की तारीख मे सौर ऊर्जा के दाम ढाई रुपये यूनिट हैं. 38 प्रतिशत बिजली निर्मिति सोलर पर हो रही है. अगर सोलर ऊर्जा 100 प्रतिशत हो जाती है तो महावितरण की महंगी बिजली कोई लेगा नहीं, इसलिए राज्य सरकार सौर ऊर्जा निर्मिति में सहयोग नहीं कर रही. इस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खेद व्यक्त किया. खासदार औद्योगिक महोत्सव की जानकारी देने के लिए आयोजित पत्र-परिषद में वे बोल रहे थे.

    उन्होंने कहा कि इसके पहले हमने प्रत्येक उद्योजक को उनके कारखाने में सोलर पैनल लागाने की योजना लाई थी. लेकिन सस्ती सौर ऊर्जा मिलने के बाद महंगी बिजली कौन खरीदेगा? यह प्रश्न उपस्थित हुआ. इसलिए राज्य सरकार की ओर से सहयोग नहीं मिला. फिर भी प्रत्येक उद्योजक अपने कारखाने की छत पर सोलर पैनल लगाकर खुद की बिजली के जरूरत पूरी करे.

    गडकरी ने कहा कि अपने देश का कच्चा माल उपयोग कर दूसरे देश रईस हो रहे हैं.  इसकी बजाय हम खुद ही अपने कच्चे माल पर प्रक्रिया कर उससे वस्तु का निर्माण कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं. कपास, संतरा, खनिज संपदा, सीएनजी ऐसी अनेक चीजों पर प्रक्रिया उद्योग यहां खड़े कर सकते हैं. हमारे उत्पादन कारखानों में अनेक आधुनिक यंत्र सामग्री हैं. इनका उपयोग सीएनजी सिलेंडर निर्मिति के लिए सहज किया जा सकता. 

    विदर्भ में हो हाइड्रोजन हब

    गडकरी ने बताया कि 12 मार्च को दिल्ली में देश कि पहली हाइड्रोजन कार मैं चलाने वाला हूं. पानी से हाइड्रोजन अलग करके इस कार में उपयोग किया जाएगा. खराब पानी से भी हाइड्रोजन अलग किया जा सकता है. नागपुर महानगरपालिका को ऐसा एक प्रकल्प तैयार करना चाहिए. इससे विदर्भ हाइड्रोजन निर्मिति का हब बन सकता है.