Swine Flu
सांकेतिक फोटो

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    नागपुर. फिलहाल कोरोना संक्रमण कम हो रहा है. इस सप्ताह मरीजों की संख्या तेजी से गिरी है लेकिन अब स्वाइन फ्लू का संकट गहरा गया है. जिले में फ्लू के कुल 106 पीड़ित विविध अस्पतालों में भर्ती है. इनमें से 10 मरीजों की हालत गंभीर होने से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है. इनमें 6 मरीज सिटी के रहे. सिटी सहित जिले में संक्रामक बीमारियां पीछा नहीं छोड़ रही हैं. 13 वर्ष पहले स्वाइन फ्लू ने दहशत मचाई थी. एक बार फिर स्थिति उसी तरह की बनती जा रही है. सिटी में 154 मरीज मिले हैं. इनमें 66 विविध अस्पतालों में भर्ती है. जबकि 5 मरीज वेंटिलेटर पर हैं. यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में भी बनी हुई है.

    ग्रामीण के 50 मरीज अस्पतालों में भर्ती है. अब तक सिटी में 6 व ग्रामीण में 3 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है. राज्य में स्वाइन फ्लू का प्रकोप पहली बार 2009 में आया था. उस वक्त 45 लोगों की मौत होने से स्वाइन फ्लू के प्रतिबंध के लिए तत्काल उपचार का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया था. राज्यभर में संक्रामक रोग प्रतिबंधक कानून लागू किया गया था. 2010 में इसके टिके भी उपलब्ध हो गये.

    वहीं 2011 में स्वाइन फ्लू के केवल २ मरीज मिले थे लेकिन 2015 से 2017 तक एक बार फिर स्वाइन फ्लू फैला था. 2020 में 6 तथा 21 में 10 मरीज मिले थे. इन दो वर्षों में एक भी मृत्यु दर्ज नहीं की गई थी लेकिन इस बार १ जनवरी से लेकर अब तक विभाग में 264 मरीज मिले हैं. इनमें सबसे ज्यादा मरीज सिटी में मिले हैं.