नागपुर में संघ के मुख्यालय को उड़ाने की धमकी, चिट्ठी भेजने वाला हुआ गिरफ्तार

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    महाराष्ट्र: मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से नागपुर पुलिस को लगातार धमकी भरे पत्र मिल रहे हैं। अब नागपुर के रेशिमबाग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय को उड़ाने की धमकी दी गई। इस बारे में बता दें कि एक गुमनाम पत्र भेजा गया था। ऐसे में अब पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। आइए जानते है पूरी खबर…

    मिला गुमनाम पत्र 

    पुलिस के मुताबिक संघ के रेशिमबाग कार्यालय को उड़ाने की धमकी भरा एक गुमनाम पत्र मिला था। यह गुमनाम पत्र सक्करदरा थाने में 25 नवंबर को मिला था। पुलिस ने पत्र की जांच की और आखिरकार एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। पता चला है कि महा प्रशिक्षण के इंजीनियर रहे इस युवक ने यह पत्र दिया था। पुलिस ने जानकारी दी है कि पत्र भेजने वाले युवक का कहना है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। अब देखना यह होगा की इस पत्र को भेजने का क्या उद्देश्य है। 

    PM मोदी को जान से मारने की धमकी  

    गौरतलब हो कि इससे पहले भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को खतरा होने की चौंकाने वाली सूचना के बाद से पुलिस तंत्र अलर्ट पर है।  अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के आदमियों ने मुंबई पुलिस की ट्रैफिक ब्रांच कंट्रोल रूम नंबर पर व्हाट्सएप के जरिए मोदी को जान से मारने की धमकी दी। ये संदेश पिछले दो दिनों से भेजे गए थे। इसने अब तक 19 ऑडियो क्लिप और 20 संदेश भेजे हैं। मैसेज भेजने वाला मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है।

    लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया कि ये मैसेज और ऑडियो क्लिप फर्जी निकले। संदेश भेजने वाला संदिग्ध पश्चिम बंगाल में स्थित पाया गया है। उसने इस व्हाट्सएप नंबर पर दर्जनों ऑडियो क्लिप, अलग-अलग लोगों के फोटो, एक कंपनी के प्रबंध निदेशक का बिजनेस कार्ड और आधार कार्ड सहित अन्य चीजें भेजी थीं। इसके बाद जब पुलिस तंत्र ने पड़ताल की तो यह जानकारी सामने आई।

    पत्र भेजने वाला हिरासत में 

    अपराध शाखा के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “जब हमने जांच की, तो हमने पाया कि संदेश भेजने वाला मानसिक रूप से अस्थिर था। उसके भाई की हाल ही में मृत्यु हो गई थी और उसे चार महीने पहले निकाल दिया गया था।” पुलिस को पता चला कि संदिग्ध केरल में एक सोने के आभूषण निर्माण इकाई और शोरूम में काम कर रहा था। नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “पुलिस ने उसके दूसरे भाई से भी बात की है। हमारे सूत्रों से हमें पता चला है कि वह मानसिक रूप से अस्थिर है।”