Sontu Jain
ठग क्रिकेट बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन

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नागपुर. गेमिंग एप्लिकेशन के जरिए जुआरियों को चूना लगाने वाले ठग सट्टेबाज गोंदिया निवासी अनंत उर्फ सोंटू नवरतन जैन की ओर से हाई कोर्ट में अंतरिम जमानत के लिए याचिका दायर की गई. याचिका पर गुरुवार को सुनवाई के बाद न्यायाधीश एमडब्ल्यू चांदवानी ने 26 सितंबर तक के लिए सुनवाई स्थगित कर दी. उल्लेखनीय है कि करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी किए जाने के बाद संबंधित व्यापारियों की ओर से पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई थी जिसके बाद पुलिस ने गोंदिया स्थित सोंटू के आवास पर छापामारी कर 16.90 करोड़ रुपये नकद, 14 किलो सोना और 294 किलो चांदी तो जब्त की थी. साथ ही पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया. उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट ने पहले ही गिरफ्तारी पूर्व अंतरिम जमानत देते हुए राहत प्रदान की है.

जब्त किया गया पासपोर्ट

बताया जाता है कि पुलिस ने मामले की जांच प्रभावित न हो इसके लिए सोंटू का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया है. गत समय अदालत ने सोंटू को अंतरिम जमानत तो प्रदान की किंतु 8, 10 और 12 सितंबर को छावनी स्थित साइबर पुलिस थाना में हाजिरी लगाने के आदेश भी दिए थे. उल्लेखनीय है कि सोंटू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी मदद मांगी गई थी. नागपुर के व्यवसायी विक्रम अग्रवाल को सोंटू ने 58 करोड़ का चूना लगाया था. पुलिस द्वारा गोंदिया स्थित आवास पर छापा मारने से पहले ही सोंटू दुबई के लिए रवाना हो चुका था. बताया जाता है कि वह एक माह के टूरिस्ट वीजा पर दुबई गया था. गिरफ्तारी के लिए पुलिस की ओर से भले ही प्रयास किए गए हों लेकिन अब अदालत से उसे अंतरिम जमानत प्रदान की गई. 

जारी हुआ था लुकआउट सर्कुलर

बताया जाता है कि पुलिस की ओर से सोंटू के खिलाफ पहले ही लुकआउट सर्कुलर नोटिस जारी किया गया था. साथ ही उसकी गिरफ्तारी के लिए राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार से मदद भी मांगी गई थी. पुलिस की ओर से छानबीन के दौरान सोंटू के करीबी 7 लोगों के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं. सोंटू के परिवार का गोंदिया में कपड़े का व्यापार है. करीब 3 वर्ष पहले उसने सट्टेबाजी का धंधा शुरू किया था. आईटी इंजीनियरों की मदद से ‘डायमंड एक्सचेंज डाट कॉम’ नामक वेबसाइट तैयार की. इसी वेबसाइट के जरिए कई लोगों को चूना लगाया.