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नागपुर. इन दिनों गर्मी पूरे शबाब है. सुबह से सूर्यदेव आंखें तरेर रहे हैं. बिना कूलर, पंखों के एक मिनट भी रहना मुश्किल हो रहा है. इस हालत में बिजली की आंखमिचौनी लोगों को परेशान कर रही है. दिन हो या रात किसी भी वक्त बिजली गुल हो जाती है. फिर कितनी देर में यह बहाल होगी, यह बताया नहीं जा सकता. 

इन दिनों सिटी में बिजली की खपत बढ़ गई है. घरों सहित व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी बिजली की मांग बढ़ गई है. खपत बढ़ने से लोड भी बढ़ा है लेकिन यह पहली बार नहीं हो रहा है. गर्मी के दिनों में अक्सर यही स्थिति बनी रहती है. साथ ही मई और जून में अक्सर अंधड़, बारिश की संभावना भी रहती है. इसके बावजूद बिजली विभाग द्वारा पहले से ही तैयारी नहीं की जाती.

पिछले दिनों तेज बारिश और अंधड़ की वजह से सिटी में अनेक पोल गिर गए. वहीं पेड़ों के धराशायी होने की वजह से कई बस्तियों में 6 से 12 घंटे तक बिजली गुल रही. स्थिति सामान्य होने के बाद उम्मीद थी कि अब बिजली की आपूर्ति खंडित नहीं होगी लेकिन सुबह, दोपहर, रात कभी भी मनमर्जी से बिजली गुल की जा रही है. इससे लोगों को पसीने की धार लग जाती है. सबसे अधिक दिक्कतें बच्चों को रही है. रात के वक्त भी यही स्थिति रहती है. कब बिजली गुल होगी, बताया नहीं जा सकता. इस बाबत कार्यालयों में फोन करने पर सही जवाब नहीं मिलता. रात के वक्त तो लैंडलाइन की रिंग बजती रहती है लेकिन कोई प्रतिसाद नहीं मिलता. 

आ रही बाधा, अटक रहे काम 

दरअसल बिजली के मेंटनेंस के लिए बुधवार को अक्सर आपूर्ति खंडित की जाती है. नागरिकों का कहना है कि विभाग द्वारा मेंटनेंस के दिन निरीक्षण कर सुधार कार्य किया जाना चाहिए. साथ ही नागरिकों को पूर्व जानकारी भी दी जानी चाहिए. इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है. घरों में बिजली गुल होने से लोगों के काम अटक जाते हैं. आयोजनों में भी व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. यही स्थिति शासकीय और प्राइवेट कार्यालयों में भी बनी हुई है. खासतौर पर बैंकों में दिक्कतें बढ़ गई हैं. बाजार क्षेत्रों में बिजली गुल होने से ग्राहकी पर भी असर पड़ रहा है. गर्मी के दिनों में राहत देने वाले कूलर, पंखें, एसी बंद होने से परेशानी दोगुनी बढ़ रही है. 

  • कार्यालयों में फोन पर प्रतिसाद मिल गया तो बताया जाता है कि मेंटनेंस का काम चल रहा है. सुधार काम खत्म होते ही बिजली आ जाएगी. 
  • कई जगह अब भी पेड़ बिजली के पोल पर झुक गये हैं. बारिश के दिनों में फिर से दिक्कतें बढ़ सकती हैं. पेड़ों की छंटाई का काम अभी से किया जाना चाहिए. 
  • कई इलाकों में अब भी ड्रेनेज, सहित नालियां खोदने का काम चल रहा है. इससे बिजली के तार टूटने की वजह से भी कई बस्तियों में बार-बार बिजली गुल हो रही है.