नागपुर. ठंड के सीजन में बदली-बारिश के मौसम का रबी की फसल पर दुष्परिणाम होने की आशंका पैदा हो गई है. जिले में चना, कपास, तुअर, गेहूं की फसल को नुकसान होने का खतरा मंडरा रहा है. मौसम विभाग ने जिले में 3 दिन बारिश के साथ ही 2 दिन ओलावृष्टि की चेतावनी भी दी है. इससे किसानों के माथे पर बल पड़ गए हैं. अगर बारिश हुई तो सब्जियों को भारी क्षति पहुंचेगी.
ठंड के दिनों में अनेक किसान बड़े पैमाने पर सब्जियां लगाते हैं. खेतों में फूलगोभी, पत्तागोभी, बैगन, मिर्ची, मेथी, पालक, धनिया और टमाटर बड़े पैमाने पर हैं. अगर ओले बरसे तो सब्जियां खराब हो सकती हैं. रबी की फसल के लिए ठंड लाभदायक होती है. तुअर के साथ चना, गेहूं व अन्य फसलों के लिए बेमौसमी बारिश नुकसान का कारण बनती है. संतरा और मौसंबी के बागों को भी भारी नुकसान की आशंका है.
90,000 हेक्टेयर में चना
इस रबी सीजन में किसानों ने जिले में 89,215 हेक्टेयर में चना बोया है. वहीं गेहूं 71,120 हेक्टेयर में बोया गया है. इसके अलावा मक्का, दलहन, अलसी, गन्ना, ज्वारी, तिल आदि की 1,600 हेक्टेयर में बुआई हुई है. कुल करीब 1.80 लाख हेक्टेयर में रबी का नियोजन हुआ है. खरीफ सीजन में तो अतिवृष्टि से फसलों का भारी नुकसान हो चुका है. नगदी उपज के रूप में बड़े पैमाने पर किसान इस सीजन में सब्जियों की फसल लेते हैं. जिलेभर में सब्जियां हो रही हैं लेकिन अचानक बदले मौसम के चलते किसानों को उपज खराब होने का भय सता रहा है.