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    नागपुर. कोरोना की दूसरी लहर के बाद हर खेल गतिविधि शुरू हो गई है लेकिन स्विमिंग पूलों पर अब भी ताले लटके हुए है. हालांकि प्रशासन ने राष्ट्रीय खेलों की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को स्विमिंग पूल उपलब्ध कराने की सुविधा दी है लेकिन शहर में मुश्किल से 5 से 10 तैराक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि गिनती के तैराकों के लिए स्विमिंग पूल खोलना प्रशासन के लिए घाटे का सौदा होगा. यही वजह है कि अभी तक सिटी का एक भी स्विमिंग पूल शुरू नहीं हो सका. इनमें अंबाझरी रोड स्थित एनआईटी स्विमिंग पूल, कामकार कल्याण केन्द्र स्विमिंग पूल, सुभाष रोड स्थित तुकड़ोजी खेल संकुल स्थित स्विमिंग पूल आदि शामिल हैं. ऐसे में उन लोगों को अपनी फिटनेस एक्टिविटी पूरी करने का मौका नहीं मिल रहा जो स्विमिंग को पसंद करते हैं. 

    अंबाझरी तालाब में करनी पड़ रही प्रैक्टिस

    प्रशासन द्वारा केवल राष्ट्रीय स्तर के तैराकों के लिए स्विमिंग पूल की शर्त का काफी नुकसान हो रहा है. खिलाड़ियों की संख्या कम होने से मनपा और एनआईटी अपने स्विमिंग पूल शुरू नहीं कर रही. ऐसे में खिलाड़ियों को अंबाझरी तालाब में प्रैक्टिस करनी पड़ रही है. राष्ट्रीय स्तर की कम दूरी की तैराकी प्रतियोगिता के लिए यह प्रैक्टिस बिल्कुल भी मुफीद नहीं है. क्योंकि तालाब में उचित दूरी और सटीक टाइमिंग का पता लगाना लगभग असंभव होता है. दूसरी ओर अंबाझरी तालाब के दोनों किनारों के बीच की दूरी 1 किलोमीटर है. बीचोंबीच 500 मीटर पर एक पोल लगा हुआ है. ऐसे में लंबी दूरी के तैराकों के लिए ऐसे ही चिन्हों के भरोसे अपनी प्रैक्टिस करनी पड़ रही है.

    इंडोर मंजूर तो स्विमिंग पूल क्यों नहीं?

    तैराकी के शौकिन लोग प्रशासन द्वारा प्रतिबंधों को हटाने के विषय पर दोहरा रवैया अपनाने को लेकर रोष है. करीब 2 महीने पहले जब प्रशासन कोविड प्रोटोकाल को लेकर जारी प्रतिबंधों को लेकर छूट देनी शुरू की थी तो शहरवासियों को उम्मीद थी कि खेल गतिविधियां भी शुरू होगी. ऐसा हुआ भी. प्रशासन ने इंडोर खेलों को अनुमति दे दी. कुछ दिन बाद स्विमिंग पूल को लेकर भी आदेश जारी किया कि राष्ट्रीय स्तर के तैराकों को प्रैक्टिस के लिए स्विमिंग पूल उपलब्ध रहेंगे. इस समय तक शहरवासियों को आशा थी कि शायद कुछ दिनों में आम लोगों को भी स्विमिंग पूल में तैरने की अनुमित मिलेगी लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ. आम नागरिक तो दूर, स्थानीय प्रशासन खिलाड़ियों के लिए भी स्विमिंग पूल नहीं खोल रहा. भले फिर खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर का क्यों न हों. 

    और कितना इंतजार?

    तैराकों का कहना है कि अब मैदानों पर क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी सब शुरू हो चुके हैं. इंडोर में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल खेले जा रहे हैं. खिलाड़ियों की कोचिंग क्लासेस भी शुरू हो चुकी है लेकिन लगता है कि प्रशासन को केवल स्विमिंग पूल से ही कोरोना संक्रमण फैलने का डर है. सिटी में कोरोना की दूसरी लहर पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया है. कई हफ्तों से मरीजों की संख्या 10 तक भी नहीं पहुंची हैं. ऐसे में आखिर कितने दिन स्विमिंग पूल खुलने का इंतजार करना पड़ेगा.