नई दिल्ली: रशिया यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War)के बीच यूक्रेन में फंसे कई भारतीय नागरिकों को अपने देश वापस लाया जा चुका है। वहीं, कई छात्रों को यूक्रेन के सटे देशों में अभी तक लाया गया है, वहीं से उनकी वतन वापसी होगी। इससे पहले पिछले हफ्ते 6 हजार 222 विद्यार्थियों को भारत में वापस लाया गया है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दी है।
भारत सरकार की तरफ से यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ (Operation Ganga) नाम की मुहिम चलाई जा रही है। इसी बीच, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने एक वीडियो को शेयर कर केंद्र सरकार की इस मुहीम को ढोंग बताया है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ‘ऑपरेशन गंगा मोदी सरकार का महज एक ढोंग है, दरअसल छात्र अपनी जान जोखिम में डालकर 600 किलोमीटर पैदल चलकर सीमा तक जा रहा है।’
ऑपरेशन गंगा हा निव्वळ मोदी सरकारचा ढोंग आहे, प्रत्यक्षात विदयार्थी स्वतःचा जीव धोक्यात घालून ६०० किलोमीटर चालत सीमेवर जात आहे. pic.twitter.com/7HA75N0hY0
— Nana Patole (@NANA_PATOLE) March 5, 2022
देखें वीडियो में क्या कह रहे हैं भारतीय छात्र
आप देख सकते है कि, वीडियो में विद्यार्थी कह रहे हैं कि ‘हम सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी हैं। आज युद्ध का 10 वां दिन है। लोगों को युक्रेन से बाहर जाने की मोहलत देते हुए रशिया ने कुछ घंटों के लिए युद्ध बंदी की है। इन सेफ पैसेजेस में से एक मारियुपोल में मौजूद है। मारियुपोल सुमी से 600 किलोमीटर दूर है। सुबह से ही यहां हमले हो रहे हैं। हम सब घबराए हुए हैं। हमने भारतीय दूतावास से मदद का काफी इंतजार किया। अब हम और इंतजार नहीं कर सकते। हम अपनी जान जोखिम में डाल कर यूक्रेन की सीमा की ओर निकल रहे हैं। हमारी ज़िंदगी के साथ अगर कोई हादसा हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेदारी भारत सरकार और भारतीय दूतावास की होगी। हमें कुछ भी हुआ तो वह ऑपरेशन गंगा की वो नाकामयाबी समझी जाएगी।’
एक दुसरे विद्यार्थी ने आगे कहा है कि, ‘सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों का यह आखिरी वीडियो है। हम अपनी जान को जोखिम में डालकर बॉर्डर की तरफ बढ़ रहे हैं। इसलिए हम यह वीडियो शेयर कर रहे हैं।’