पुणे/पिंपरी: पुणे और पिंपरी-चिंचवड में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों ने निजी पर्यटक बस ऑपरेटरों द्वारा उल्लंघन की जांच के लिए एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान की शुरुआत नासिक में उस दुर्घटना के मद्देनजर किया गया है, जिसमें एक निजी पर्यटक बस के ट्रक से टकरा जाने के बाद उसमें आग लगने से 12 लोगों की मौत हो गई थी।
पुणे क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) अजीत शिंदे ने बताया कि आरटीओ ने रविवार को ड्राइव शुरू किया। जिसमे शहर में चलने वाली निजी पर्यटक बसों का निरीक्षण करने के लिए विशेष दस्ते का गठन किया गया है। दूसरी ओर, पिंपरी-चिंचवड़ आरटीओ अतुल अडे ने कहा कि उन्होंने दो दिन पहले ड्राइव शुरू की थी और यह पता लगाने के लिए सभी मानकों पर बसों का निरीक्षण कर रहे हैं कि क्या वे मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों का पालन कर रहे हैं? रविवार तक पिंपरी-चिंचवड आरटीओ अधिकारियों ने 54 निजी पर्यटक बसों का निरीक्षण किया। जिसमे से 20 को विभिन्न मानदंडों का उल्लंघन करते पाया गया। उन्होंने कहा कि उनसे जुर्माने के रूप में एक लाख रुपए से अधिक एकत्र किए गए।
विभिन्न पहलुओं की हो रही है जांच
आरटीओ अधिकारियों ने कहा कि वे इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या बसों में अनुमति से अधिक यात्री सवार हैं। नासिक दुर्घटना में यह पाया गया कि निजी पर्यटक बस 53 यात्रियों को ले जा रही थी, जबकि उसके पास केवल 30 की अनुमति थी। एक अधिकारी ने बताया कि बसों की सड़क की फिटनेस का निरीक्षण करने, कर का भुगतान, उचित किराया वसूलने और क्या वे ओवरस्पीडिंग कर रहे हैं, का निरीक्षण करने के अलावा, यह भी जांच किया जा रहा है कि क्या बसों को ओवरलोड किया जा रहा है।
नियमों का उलंघन होते देख बस ऑपरेटरों को करें सतर्क
शिंदे ने कहा कि नियमों के उल्लंघन के आलावा, बसों के निरीक्षण के दौरान, वे यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि स्टेज कैरिज यात्रियों को लेने या छोड़ने पर ट्रैफिक जाम का कारण न बने। उन्होंने कहा कि सभी पिकिंग और ड्रॉपिंग पॉइंट्स का निरीक्षण करेंगे। आरटीओ अधिकारियों ने नागरिकों से आग्रह किया है कि अगर वे निजी पर्यटक बस ऑपरेटरों को मानदंडों का उल्लंघन करते हुए पाते हैं तो उन्हें सतर्क करें।