जिंदाल कंपनी दुर्घटना मामले में अंबादास दानवे का आरोप, क्यों नहीं हुआ अभी तक मामला दर्ज; जल्द हो कार्रवाई

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    इगतपुरी : नए वर्ष के पहले ही दिन इगतपुरी तहसील के मुंढेगाव में स्थित जिंदाल पॉली फिल्म कंपनी (Jindal Poly Film Company) में भयानक आग (Fire) लग गई थी। इस घटना में 3 मजदूरों महिमा कुमारी प्रल्हाद सिंग, अंजली रामकुबेर यादव, सुधीर लालताप्रसाद मिश्रा की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में 22 कामगार घायल हुए थे। घोटी पुलिस स्टेशन (Ghoti Police Station) में इस घटना को हादसे श्रेणी में दर्ज किया गया था। 

    इस आग में जलने वालों की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक दिलीप खेडकर कर रहे थे। दुर्घटना में जलने वालों से संबंधित उनकी औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग, नासिक और हादसे से संबंधित विभागों को पत्र दे कर रिपोर्ट मांगी गई थी। साथ ही कंपनी की सेफ्टी ऑडीट रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज मंगाए गए थे। सभी दस्तावेजों का अवलोकन करते हुए जिस बॅच पॉली फिल्म्स प्लांट में पहले आग लगी थी, वो बॅच पॉली फिल्म्स प्लांट डेढ़ महीने से बंद था। यह प्लांट शुरु करने से पहले उसकी जांच और मरम्मत करके उसे चालू करने के लिए SOP का पालन न करने से, प्लांट में थर्मिक फ्लुईड ऑइल के रिसाव से भारी विस्फोट हुआ जिससे आग लाग लग गई। इस संबंध में विरोधी पक्षनेता अंबादास दानवे ने कंपनी में आग के घटना स्थल का निरीक्षण किया था। साथ ही अब तक अपराध क्यों दर्ज नहीं किया गया यह सवाल भी खड़ा किया था। 

    इन धाराओं के तहत मामला दर्ज 

    इस आग में 1 पुरुष और 2 महिला मजदूरों की मौत हो गई, उनकी मौत और कंपनी के अन्य 22 कामगारों के घायल होने के जिम्मेदार जिंदाल पॉली फिल्म्स प्रा. लि. कंपनी के सभी हिस्सेदार, फॅक्टरी मैनेजर, पॉली फिल्म प्लांट बिजनेस हेड, प्रोडक्शन मैनेजर, मेन्टेन्स विभाग प्रमुख, प्रोडक्शन डिपार्टमेंट शिफ्ट इंचार्ज और प्लांट ऑपरेटर यह 7 लोग हैं। उनके विरुध्द घोटी के सहाय्यक पुलिस निरीक्षक दिलीप खेडकर ने मामला दर्ज किया है। शिकायत के अनुसार घोटी पुलिस स्टेशन में भादवि कलम 304(अ), 337, 338, 285, 378, 34 के अनुसार अपराध दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच उपविभागीय पुलिस अधिकारी, नासिक ग्रामीण अर्जुन भोसले कर रहे हैं।