अण्णा साहब मोरे ने किसान की समृद्धि के लिए प्रयास किए: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

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    नासिक : अण्णा साहब मोरे (Anna Saheb More) ने पारंपरिक और आधुनिक कृषि को मिलाकर किसान (Farmer) की समृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए हैं, पिछले छह महीने से सत्ता में आई हमारी सरकार भी केंद्र बिंदु के रूप में आम जनता और किसानों को लेकर काम कर रही है, ऐसी बात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने कही। शिंदे ने यह बात नासिक में पांच दिनों से चल रहे श्री समर्थ मार्ग विश्व कृषि महोत्सव (Shri Samarth Marg World Agriculture Festival) का समापन समारोह में कही। शिंदे ने कहा कि हम इसी एजेंडे के साथ काम कर रहे हैं कि जनता और किसान दोनों प्रसन्न रहें। पांच दिनों तक चले विश्व कृषि महोत्सव के प्रत्येक स्टॉल धारकों से मुख्यमंत्री ने बातचीत की। 

    मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कृषि महोत्सव के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उपस्थित समर्पित किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह राज्य केवल लोगों का है और हम केवल उनके कल्याण के लिए सरकार चला रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि दिंडोरी प्रणित श्री समर्थ मार्ग ने हमारे माध्यम से कई किसानों का मार्गदर्शन और मदद की है। 

    मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के प्रति प्रतिबद्धता को कुशल तरीके से बनाए रखा गया है। उन्होंने कहा कि कृषि में आधुनिक तकनीक को जोड़ने से किसानों को अधिक पैसा मिलेगा। इस संबंध में सरकार के साथ समर्थ मार्ग जैसे कई माध्यमों से मार्गदर्शन मिलने पर किसानों को और खुशी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, सूखा, बेमौसम बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। इसके लिए सरकार ने एनडीआरएफ की सिफारिश को हटाकर और मदद दी है। नियमित ऋण चुकाने वाले 6 लाख, 90 हजार किसानों की मदद की गई है। 

    शिंदे ने कहा कि सरकार किसानों के साथ प्रदेश की जनता को भी खुश करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार सत्ता में बैठे किसी एक राजनीतिक दल की नहीं बल्कि प्रदेश के हर व्यक्ति की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का हमेशा प्रयास रहेगा कि किसानों और जनता को दोनों के लिए अच्छा काम करें। शिंदे ने गुरुमाऊली के किसानों की ओर से समाज और देश के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि गुरुमाऊली सिर्फ जैविक खेती का मंत्र देने तक ही नहीं रुके, बल्कि इससे ढाई लाख किसानों को जोड़ा और ज्यादा आमदनी का मंत्र दिया. साढ़े चार सौ महिला बचत समूह स्थापित कर हजारों बहनों और हजारों युवाओं को रोजगार दिया गया। इतना ही नहीं 1 लाख विवाह पंजीयन हुए और सैकड़ों युवकों ने सामूहिक समारोह में विवाह कराया गया। 

    पूर्व मंत्री और बबन लोणीकर ने इस मौके पर कहा कि स्वामी समर्थ मार्ग ने किसानों की कई तरह से मदद की है। उन्होंने कहा कि स्वामी समर्थ मार्ग नाममात्र दरों पर जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराता रहा है। लोणीकर ने कहा कि किसानों को केंद्र बिंदु मानकर शुरू हुआ यह कृषि पर्व किसानों के लिए मार्गदर्शक बन गया है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यू ईसा पूर्व अन्नासाहेब मोरे ने भी उपस्थित श्रद्धालुओं का मनोरंजन किया।