दोबारा अतिवृष्टि से बची फसलें भी बर्बाद, पूर्व में हुई तबाही से उबर नहीं पाए थे किसान

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    मनमाड़. मनमाड़ शहर (Manmad City) परिसर समेत समूचे नांदगाव तहसील (Nandgaon Tehsil) में बारिश (Rain) का दोबारा जोरदार आगमन हुआ। शुक्रवार दोपहर बाद बिजली की चमक और बादलों की गरज के साथ जबरदस्त बारिश हुई। तहसील में कहीं हल्की तो कुछ जगह पर मूसलाधार बारिश हुई है जिसके कारण खेतों में जलजमाव होने से प्याज (Onions), सोयाबीन (Soybeans) समेत अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।

    पिछले माह इस क्षेत्र में लगातार जबरदस्त बारिश हुई थी तब नदियों में बाढ़ आने के कारण काफी तबाही हुई। आम लोग के साथ-साथ किसान अभी उस तबाही से उबर भी नहीं पाए थे कि दोबारा नुकसान पहुंचाने वाली बारिश होने से चिंताएं बढ़ गयी हैं।

    ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक नुकसान

    मनमाड़ शहर परिसर के साथ-साथ समूचे नांदगाव तहसील को अकालग्रस्त माना जाता है। यहां कभी भी अच्छी बारिश नहीं हुई लेकिन इस साल बारिश ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 8 सितंबर को समूचे तहसील में लगातार मूसलाधार बारिश हुई थी। इस बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान नांदगाव शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र को हुआ है। बारिश के कारण शहर के भीतर से गुजरने वाली लेंडी एवं शाकम्बरी नदियों में बाढ़ आने का बाद उसका पानी शहर के कुछ बस्तियों और दुकानों में घुस आया था। कई मकान ढह गए, वहीं दुकानों का भी भारी नुकसान हुआ था। साथ ही करीब 45 हजार हेक्टर की फसल बर्बाद हो गई है। आम लोग और किसान इस आपदा से अभी उभर भी नहीं पाए कि बीच-बीच में हल्की बारिश हो रही थी लेकिन आज दोबारा जोरदार बारिश ने दस्तक दी है। बारिश इतनी ज्यादा हुई है कि खेती में जलजमाव होने के कारण प्याज, मक्का, सोयाबीन समेत अन्य बची फसलें भी बर्बाद हो गई।

    बिजली गिरने से महिला की मौत

    उधर,  बिजली गिरने से तहसील के शिवडी निवासी मंगला भाऊसाहेब क्षीरसागर (45) की मौत होने की घटना सामने आई है। शिवडी निवासी भाऊसाहब पुर्णाजी क्षीरसागर अपनी पत्नी मंगला भाऊसाहेब क्षीरसागर के साथ अपने खेत में टमाटर निकाल रहे थे। इस दौरान तूफान के साथ बारिश शुरू हुई। इसके बाद क्षीरसागर पति-पत्नी एक पेड़ के पास खड़े हुए। इस बीच बिजली गिरने से मंगला क्षीरसागर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। निफाड़ पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया। उगांव के पटवारी फाकटकर ने घटना स्थल पहुंचकर पंचनामा करते हुए निफाड़ के तहसीलदार शरद घोरपड़े को रिपोर्ट पेश की।