Medical officer Dr. Suvarna murder or suicide?, bones found in burnt vehicle

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    नाशिक : नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) की चिकित्सा अधिकारी (Medical Officer) डॉक्टर सुवर्णा वाजे (Dr. Suvarna Waje) हत्याकांड (Murder Case) में संदिग्ध पति संदीप वाजे (Sandeep Waje) के मौसेरे भाई  को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। बालासाहब (Balasaheb) उर्फ यशवंत रामचंद्र म्हस्के (Yashwant Ramchandra Mhaske) उस का नाम बताया गया है।

    बालासाहब के विरुद्ध पुख्ता सुबूत पुलिस को मिले हैं एैसा पुलिस का दावा है। लेकिन दूसरी तरफ डॉ. सुवर्णा वाजे हत्याकांड के मास्टरमाइंड और मुख्य संदिग्ध, उनके पति संदीप वाजे की 14 दिन की पुलिस हिरासत खत्म हो गई है। कोर्ट ने उसे रिमांड पर भेज दिया। इसलिए अब संदीप के लिए जमानत के लिए आवेदन करने का रास्ता खुला है। पुलिस ने संदीप के अन्य दोस्तों से भी गहन पूछताछ की है। मामले में और कौन शामिल है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। डॉ. सुवर्णा वाजे हत्याकांड की जांच अब सवालों के घेरे में है। मुख्य संदिग्ध संदीप वाजे 14 दिनों से पुलिस हिरासत में था। लेकिन पुलिस को उसके पास से कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला। पुलिस साक्ष्य भी कोर्ट में पेश नहीं कर पाई।

    पुलिस ने बताया कि इस मामले में कुल चार से पांच संदिग्ध हैं। लेकिन अभी तक आरोपितों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह जांच भटक गई है? पुलिस कोई सबूत पेश नहीं कर पाई इसलिए समझा जा रहा है कि मुख्य आरोपी संदीप वाजे ने कोर्ट में मांग की है कि अगर मैंने कोई अपराध किया है तो मेरा नार्को टेस्ट कराएं। दूसरी ओर, डॉ. सुवर्णा वाजे की बहुत बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। डॉ. सुवर्णा 25 जनवरी की रात काम खत्म कर क्लिनिक से निकल गई थीं। वो मुंबई-आगरा हाईवे के पास पहुंची। यह सब उनके मोबाइल लोकेशन से पता चला है। अब पुलिस द्वारा की गई जांच में उस रात जब सुवर्णा वाजे उस इलाके में पहुंची तब तक संदीप भी वहां मौजूद था।

    संदीप के मोबाइल की लोकेशन भी उस दिन मुंबई-आगरा हाईवे इलाके में मिली थी। लेकिन पुलिस इस बात से हैरान है कि वह कोई सबूत नहीं दे पा रही है। संदीप वाजे का शादी के बाहर अफेयर था। वह पुनर्विवाह करना चाहता था। इसलिए, डॉ. सुवर्णा वाजे एक बाधा थीं। डॉ. संदीप का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर था। जों सुवर्णा वाजे जानती थीं। उन्होंने संदीप से तलाक के लिए 50 लाख रुपये की मांग की थी। लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं थे। इस वजह से उनके बीच अक्सर पारिवारिक कलह होता रहता था। पति-पत्नी में हमेशा झगड़ा होता रहता था। दोनों के बीच हमेशा आपस में विवाद रहता था। तो संदीप ने डॉ. सुवर्णा वाजे का कांटा हटाने का फैसला किया। डॉ. सुवर्णा वाजे की हत्या को उसके पति संदीप ने सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया। पुलिस को संदेह है कि उसने 5 अन्य लोगों के साथ अपनी पत्नी की हत्या कर दी और उसे आग लगा दी।