NASHIK CITY BUS

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    नाशिक : सिटी बस सेवा के घाटे को कम करने में सिटी लिंक राज्य में नंबर वन होने का सर्टिफिकेट मिलने के बाद अब किलोमीटर के नुकसान को कम करने के लिए ई-बस (E-Bus) को सड़क दौड़ाने की योजना बनायी है। इस योजना के लिए अनुदान केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्राप्त होगा। महानगरपालिका (Municipal Corporation) की ओर से संचालित की जाने वाली सिटी लिंक सिटी बस (City Link City Bus) सेवा ने हाल ही में एक वर्ष पूरा किया है। इस वर्ष में इस सेवा बस सेवा को कितना लाभ-हानि हुई इसकी समीक्षा करने के बाद सिटी लिंक ने नाशिक में ई-बस सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। 

    हर दिन 70,000 यात्री यात्रा करते हैं

    सिटी लिंक सेवा के एक वर्ष के सफर में 1.63 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की। जिस वक्त सिटी लिंक बस सेवा शुरू हुई तो पहले दिन 27 बसों को सड़क से उतारा गया। धीरे-धीरे इसमें विस्तार किया गया और वर्तमान में 46 मार्गो पर 210 बसें चल रही हैं। इस सेवा में हर दिन 70,000 यात्री यात्रा करते हैं, जबकि इस सेवा से दैनिक आय 20 लाख रुपए होती है। यात्रियों की मांग को देखते हुए 40 और बसें सड़क पर उतारी जाएंगी। एक वर्ष में सिटी लिंक ने 71.18 करोड़ रुपए खर्च किए, जबकि इससे कमाई सिर्फ 39 करोड़ रुपए ही हुई। इस तरह नाशिक की जीवन रेखा कही जाने वाली सिटी लिंक का वार्षिक घाटा 32 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। वर्तमान में प्रति किलोमीटर आय 45 रुपए पर पहुंच गई है, इसलिए, प्रति किलोमीटर राजस्व के मामले में सिटीलिंक ने महाराष्ट्र में शीर्ष प्राप्त किया है। 

    घाटा 9 रुपए प्रति किलोमीटर 

    सिटी लिंक बस सेवा शुरू करने के बाद शुरू में घाटा कम था। ईंधन की कीमतों में वृद्धि होने के कारण घाटा बढ़ गया। एक वर्ष में सीएनजी और डीजल की कीमतों में 33 प्रतिशत वृद्धि हुई, फिलहाल घाटा करीब 9 रुपए प्रति किलोमीटर है। घाटे को कम करने के लिए सिटी लिंक ने महानगरपालिका के सहयोग से ई-बसें सड़कों पर दौड़ाने की योजना बनाई है। इससे प्रति किलोमीटर नुकसान कम से कम दस फीसदी होने का अनुमान है। केंद्र सरकार के सतत विकास लक्ष्यों और संयुक्त राष्ट्र के नियमों के अनुरूप शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक शहर प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स बस विकल्प को चुना गया है। 

    महानगरपालिका प्रशासन ने इससे पहले केंद्र सरकार को पचास बसों के लिए अनुदान प्रस्ताव सौंपा था, लेकिन उस प्रस्ताव पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, इसलिए अब नया प्रस्ताव भेजा जाएगा। राज्य सरकार की ओर से अनुदान भी प्रदान किया जाएगा। नवी मुंबई में इलेक्ट्रॉनिक बसें चल रही हैं।  सिटीलिंक के सीईओ शिवाजी चव्हाणके के अनुसार नाशिक शहर में नवी मुंबई इसी तर्ज पर ही ई-बसें चलाई जाएंगी।