सब्जियों के दाम गिरने से किसान आक्रामक
सब्जियों के दाम गिरने से किसान आक्रामक

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नाशिक: टमाटर सस्ता होने के बाद सब्जियां भी अब मिट्टी के मोल बिकने लगी हैं, इसको लेकर किसानों ने पिंपलगांव बसवंत की बाजार समिति में विरोध प्रदर्शन किया और सब्जियों की नीलामी रोक दी। इस साल जहां एक ओर सूखे जैसे हालात के बावजूद किसानों ने काफी मेहनत से सब्जी की खेती की है। लेकिन बुधवार को पिंपलगांव बाजार समिति में सब्जियों की कीमत काफी कम थी, जिससे उनकी लागत भी वसूल नहीं हो रही है। नाराज किसानों ने नीलामी रोककर बाजार समिति के कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया। 

इस बीच बीस से पचास रुपये प्रति कैरेट कीमत को लेकर किसानों में आक्रोश की लहर पैदा हो गई है और गुरुवार को किसान माल लेकर मंडी पहुंचे ही नहीं। टमाटर किसानों ने सड़क पर टमाटर फेंककर विरोध जताया। लेकिन अब टमाटर की आवक बढ़ने से दाम गिरने लगे हैं। इससे एक बार फिर टमाटर किसान चिंतित हो गए हैं। एक तरफ जहां इस साल जिले में बारिश कम होने के कारण नाशिक जिला सूखे की कगार पर है। उसपर अब अन्य सब्जियों की कीमतें भी गिरने लगी हैं, इसलिए किसान आक्रामक हो गए हैं। क्योंकि उपज बाजार में होने के बाद भी खेती में की गई लागत भी नहीं निकल पा रही है।

नाशिक जिले में इस साल बारिश ने मुंह मोड़ लिया है, कई किसानों के खेतों के कुएं सूखने लगे हैं। कई जगहों पर बुआई हो चुकी है तो कई जगहों पर बुआई नहीं हो पाई है, ऐसे में अब बारिश नहीं होने से किसान संकट में हैं। जिले में कई तहसीलों के किसान संकट में हैं क्योंकि उन्हें कटाई के लिए आई फसलों का दाम नहीं मिल रहा है। फलों के साथ पत्तेदार सब्जियों के दाम गिरने से किसान चिंता जता रहे हैं। ऐसे में किसान अब एक बार फिर दोहरे संकट में है।