Hemant Godse

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नासिक: लोकसभा चुनाव क्षेत्र में टिकट को लेकर सबसे अधिक ट्विस्ट देखा गया। अब जब चुनावी रण क्लाइमेक्स की ओर बढ़ रहा है अब भी एक ट्विस्ट सामने आ गया है। मुख्यमंत्री शिंदे (Eknath Shinde) की एक सभा (Rally) में लगे पोस्टर (Poster) में पार्टी के उम्मीदवार हेमंत गोडसे (Hemant Godse) की ही तस्वीर (Photo) नहीं थी। जिसके बाद अब ये चर्चा नासिक की गलियों में तेजी से हो रही है।

टिकट को लेकर नाराजगी, आरोप-प्रत्यारोप किए गए। आखिरकार शिवसेना (शिंदे गुट) के हेमंत गोडसे को टिकट घोषित हुआ। अब प्रचार में भी नाराजगी का सुर सुनने को मिल रहा है। क्योंकि महायुति का घटक दल राकांपा (अजित गुट) के कद्दावर नेता छगन भुजबल प्रचार से दूर दिखाई दे रहे है। दूसरी और गोडसे और भुजबल के फोटो को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है।

नाशिक में शिवसेना (शिंदे गट) का सम्मेलन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में हुआ। मंच पर लगाए गए पोस्टर पर हेमंत गोडसे का फोटो ही नहीं था। सम्मेलन में इस बात को लेकर जोरदार चर्चा हुई। इस माहौल में हेमंत गोडसे अपनी जीत कैसे पक्की करते है? इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है।

खबर है कि सभा का आयोजन विजय करंजकर ने किया था लेकिन करंजकर और गोडसे का पुराना विवाद जगजाहिर है। ऐसे में तर्क यह दिया जा रहा है कि करंजकर द्वारा आयोजित सभा में गोडसे की फोटो भला कैसे हो सकती है। आपको बता दें कि विजय करंजकर ने हाल ही में शिंदे गुट का दामन थामा है। पहले वो शिवसेना यूबीटी में थे और उम्मीदवारी नहीं मिलने पर पाला बदल लिया है। उम्मीदवारों के नाम की घोषणा से पहले करंजकर खुद के प्रचार में जुटे हुए थे और गोडसे की जमकर आलोचना किया करते थे।