Swachh Bharat
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    नाशिक: स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) (Swachh Bharat Mission (Rural)) के दूसरे चरण में जिले की 169 ग्राम पंचायतों (Gram Panchayats), जिन्होंने सीवेज और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पूरा कर लिया है तथा प्रदूषण मुक्त गांवों के मानदंडों को पूरा कर चुके हैं, उन्हें प्रदूषण मुक्त का दर्जा (Pollution Free Status) दिया गया है। जिले की सुरगाणा तहसील (Surgana Tehsil) के अधिकांश गांवों को यह दर्जा प्राप्त हुआ है। जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी लीना बनसोड़े (Chief Executive Officer Leena Bansode) ने इन गांवों के लोगों को बधाई देते हुए आदर्श गांवों की ओर बढ़ने के लिए काम करने का आग्रह किया। 

    स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण-02 को केंद्र और राज्य सरकारों के जलापूर्ति और स्वच्छता विभाग की ओर से कार्यान्वित किया जा रहा है। प्रथम चरण में गांवों को अतिक्रमण मुक्त बनाने पर जोर दिया गया। चरण- 02 के तहत ओडीएफ प्लस (ओडीएफ प्लस) की अवधारणा को लागू किया जा रहा है। इसमें व्यक्तिगत के साथ-साथ सार्वजनिक स्तर पर सफाई का कार्य किया जा रहा है। हर गांव में सीवेज और ठोस कचरा प्रबंधन, सार्वजनिक शौचालय निर्माण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। इन कार्यों के पूरा होने के बाद संबंधित गांव को ओडीएफ प्लस रेटिंग का दर्जा देने के लिए विभिन्न मानदंडों को पूरा करते हुए चरणबद्ध तरीके से गांवों को अतिक्रमण मुक्त घोषित किया जाता है।

    161 गांवों ने दिया गया उत्कृष्ट गांवों का दर्जा 

    जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए 169 गांवों में से 161 गांवों ने उत्कृष्ट गांवों का दर्जा दिया गया है। इस वर्ष जिले के 710 गांवों में सीवेज और ठोस कचरा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है और ग्राम योजना तैयार कर प्रशासनिक स्वीकृति देने का कार्य किया जा रहा है। मानसून के बाद सभी गांवों में काम शुरू हो जाएगा। 

    उत्कृष्ट गांवों की सूची

    • बागलाण – 23
    • चांदवड़ – 06
    • देवला – 01
    • दिंडोरी – 96
    • इगतपुरी – 07
    • कवलण – 12
    • मालेगांव – 3
    • नंदगांव -08
    • नाशिक – 14
    • निफाड़ – 12
    • पेठ – 20
    • सिन्नर – 04
    • सुरगाणा – 38
    • त्र्यंबकेश्वर – 12
    • येवला- 04