सीएम एकनाथ शिंदे और शरद पवार का एक ही दिन नाशिक आगमन

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    नाशिक : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) 30 जुलाई से दो दिन के नाशिक दौरे (Nashik Tour) पर आ रहे हैं। शिवसेना सांसद संजय राऊत, शिवसेना (Shiv Sena) के युवा नेता आदित्य ठाकरे के नाशिक दौरे के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो नाशिक दौरे पर आ रहे हैं। 

    महाविकास आघाड़ी सरकार के पतन के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो का यह पहला दौरा है। शरद पवार अपने दो दिवसीय नाशिक दौरे के दौरान नाशिक जिले ककी चल रही राजनीतिक हलचलों पर भी चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि जिस दिन शरद पवार नाशिक दौरे पर आ रहे हैं, उसी दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) का भी नाशिक में मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आगमन हो रहा है। बताया जा रहा है कि शरद पवार 29 जुलाई को एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए धुलिया आ रहे हैं। 29 जुलाई को शाम को नाशिक में विश्राम करके के अगले दिन प्रस्थान करेंगे।  

    शरद पवार के आगमन को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा 

    राज्य में अचानक सत्ता हस्तांतरण से शहर और जिले के समीकरण बदल गए हैं। क्या पार्टी सत्ता में नहीं होने से कार्यकर्ताओं को ताकत मिलेगी? यह देखना जरूरी है कि आने वाले महानगरपालिका और जिला परिषद चुनावों की पृष्ठभूमि में पवार क्या मंत्र देते हैं। शरद पवार ऐसे समय नाशिक आ रहे हैं, जिस वक्त मुख्यमंत्री नाशिक दौरे पर आ रहे हैं, उसी समय शरद पवार का नाशिक आगमन को राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि शिंदे और ठाकरे गुट के बीच बंटी शिवसेना के कारण दोनों के बीच टकराव की स्थिति देखी जा रही है, ऐसे में शरद पवार और मुख्यमंत्री के एक ही दिन नाशिक आना सुरक्षा व्यवस्था की दष्टि से किसी चुनौती से कम नहीं है। एक तरह मुख्यमंत्री के नगरगमन पर उनकी सुरक्षा और दूसरी ओर शरद पवार के समर्थकों का हुजूम तो ठाकरे और शिंदे गुट के समर्थकों के बीच टकराव के कारण 30 जुलाई का दिन सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से किसी चुनौती से कम नहीं है, अब देखना यह है कि 30 जुलाई के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, शरद पवार और शिवसेना के दोनों गुटो को पुलिस कैसे नियंत्रित करती है।