nasik pune railway

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    नाशिक: नाशिक-पुणे (Nashik-Pune) प्रस्तावित हाईस्पीड रेल मार्ग (High Speed Rail Route) का प्रस्ताव अंतिम चरण में पहुंच गया है। रेलवे बोर्ड (Railway Board) सोमवार, 20 दिसंबर को दिल्ली (Delhi) में रेलवे बोर्ड कांफ्रेंस सभागृह में इस रेलमार्ग का प्रजेंटेशन किया जाएगा। यह जानकारी सांसद हेमंत गोडसे (MP Hemant Godse) ने दी। 

    गोडसे ने चार दिन पहले संसद में आवाज उठाते हुए कहा था कि पिछले 6 माह से केंद्र के पास प्रस्तावित नाशिक-पुणे हाई स्पीड रेल लाइन का तत्काल निराकरण किया जाए। रेल मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया है। इस प्रस्तावित रेल सेवा के महत्व को देखते हुए इस काम को शुरू करने की जरूरत है। नाशिक, पुणे और मुंबई विकास के सुनहरे त्रिकोण में है। मुंबई और पुणे कई वर्षों से रेल द्वारा एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, लेकिन नाशिक और पुणे रेलवे द्वारा एक-दूसरे से नहीं जुड़े थे। 

    गोडसे पिछले 5 वर्ष से कर रहे थे प्रयास

    गोडसे पिछले पांच वर्षों से नाशिक-पुणे रेलवे के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस प्रस्ताव को राज्य और केंद्र सरकार ने अनुमोदित कर दिया है। तीन साल पहले सांसद गोडसे ने संसद में आवाज उठाई थी और परियोजनाओं के सर्वेक्षण के लिए 2 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। अब प्रस्ताव का सर्वेक्षण पूरा हो गया है और पिछले 6 महीने से नाशिक-पुणे रेलवे का प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र के पास लंबित है।  

    सर्वेक्षण का कार्य हुआ पूरा 

    रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पर संज्ञान लेते हुए प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन आयोजित किया है। इसका प्रजेंटेशन सोमवार, 20 दिसंबर को दिल्ली में रेलवे बोर्ड के सम्मेलन हॉल में होगा और रेलवे बोर्ड द्वारा सभी संबंधित विभागों को एक आधिकारिक पत्र भेजा गया है। उम्मीद है कि नाशिक-पुणे रेल लाइन का मसला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।