श्रेयवाद के चलते शिंदे गुट और बीजेपी में शुरू हुआ नया विवाद, जानें क्या है मामला

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    नासिक : पूर्व विधानसभा चुनाव क्षेत्र के विधायक राहुल ढिकले (MLA Rahul Dhikle) की सिफारिश के बाद 15 करोड़ रुपए का काम मंजूर हुआ, लेकिन सांसद हेमंत गोडसे (MP Hemant Godse) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) को दिए गए पत्र का आधार लेते हुए संबंधित कार्य मेरे द्वारा मंजूर किए जाने का दावा किया। इसके चलते शिंदे गुट (Shinde Faction) और बीजेपी (BJP) में नया विवाद शुरू हो गया है। इसके पहले पालक मंत्री दादा भुसे ने बीजेपी विधायकों को निमंत्रित न करते हुए बैठक लेने या मखमलाबाद स्थित सड़क के कार्य का श्रेय लेने का प्रयास आदि से बीजेपी और शिंदे गुट में विवाद हो रहा है।

    वरिष्ठ नेता स्थानीय स्तर पर निर्माण होने वाले विवाद को खत्म करने का प्रयास कर रहे है, लेकिन विवाद खत्म होने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है। विधायक राहुल ढिकले ने नागपुर में हो रहे शीत अधिवेशन में इस पार्श्वभूमी पर 15 करोड़ के 10 कार्य की सूची लोक निर्माण विभाग को पेश की। इसके बाद लोक निर्माण विभाग ने मंत्रालय में सूची पेश कर इस विभाग के बजट में कार्य मंजूर किया। संबंधित कार्य मंजूर होने के बाद भी सांसद हेमंत गोडसे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को दिए गए पत्र हवाला देते हुए मेरे प्रयास से ही यह कार्य शीत अधिवेशन में मंजूर होने का दावा किया। इसके बाद विधायक ढिकले आक्रमक होते हुए सांसद गोडसे के दावे की धज्जियां उड़ाई। ढिकले की आक्रमक भूमिका के बाद बीजेपी और शिंदे गुट में स्थानीय स्तर पर आलबेल न होने की बात अब स्पष्ट हो गई है। 

    वरिष्ठ स्तर पर पहुंचेगा श्रेयवाद

    इसके पहले मखमलाबाद में विधायक ढिकले के निधि से मंजूर हुए सड़क का उद्‌घाटन सांसद गोडसे ने किया था। यह विवाद अभी थमा नहीं है। ऐसे में गोडसे ने 15 करोड़ रुपए के कार्य का श्रेय लेने से यह श्रेयवाद वरिष्ठ स्तर पर पहुंचने वाला है। इस बारे में प्रतिक्रिया लेने के लिए सांसद हेमंत गोडसे से संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। 

    लोक निर्माण विभाग ने उनके बजट में 10 कार्य मेरे नाम पर मंजूर किए है, लेकिन सांसद गोडसे इन कार्य का श्रेय ले रहे है। इसके पहले भी मखमलाबाद सड़क निर्माण के कार्य का श्रेय उन्होंने लिया था, जो गलत बात है।

    - राहुल ढिकले, विधायक