sanjay raut
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    नासिक : सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, मुंबई महानगरपालिका (Mumbai Municipal Corporation), ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation), नासिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) चुनाव (Election) के लिए हम तैयार है। परंतु राज्य में कार्यरत घटनाबाह्य शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) की चुनाव लेने की मानसिकता नहीं है। उन्हें पराजय का डर सताने की बात अंधेरी के उप चुनाव में स्पष्ट हुई है। ऐसा आरोप करते हुए उन्होंने कहा, फ्रैक्चर फ्रीडम इस पुस्तक के मराठी अनुवाद के लिए घोषित हुए पुरस्कार रद्द करना यह लोकतंत्र के अनुसार नहीं है। बल्कि वह घातक है। वे नासिक में आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के माध्यम से बात करना यह लोकतंत्र की जान है। जो गलत है, उसका विरोध करना महत्वपूर्ण है। जो पुरस्कार दिए गए है वह सोच समझकर दिए है। परंतु दिए गए पुरस्कार एकाएक रद्द करना गलत है। सरकार के इस बर्ताव से नागरिक पुस्तक पढ़ना बंद नहीं करेंगे। पुरस्कार रद्द होने से एक बड़ा घटक नाराज होगा।  सुषमा अंधारे के पुराने वीडियो को लेकर वारकरी संप्रदाय के नेता बात कर रहे है, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर वह चुप्पी साधे हुए है। शिवसेना के उद्धव ठाकरे लगातार वारकरी संप्रदाय के साथ है। वारकरी संप्रदाय की समस्या और भूमिका का शिवसेना ने कभी भी अपमान नहीं किया। परंतु पिछले कुछ सालों से जो लोग और बीजेपी हमारे साथ नहीं है। इसका मतलब ऐसा नहीं होता कि हमारे में हिंदुत्व नहीं है। शिवसेना के साथ कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ टिका टिप्पणी की जा रही है। हम सभी को टारगेट किया जा रहा है। 

    शनिवार को मोर्चा का आयोजन

    हमारी वारकरी संप्रदाय के प्रमुखों के साथ चर्चा हुई है। इस बारे में सुषमा अंधारे ने अपना पक्ष रखा है। वारकरी संप्रदाय हमारा दैवत है। संत तुकाराम, संत ज्ञानेश्वर महाराज, विठोबा माऊली है। इनके बारे में हमारे दिन में श्रद्धा है। महापुरुषों का अपमान करने वाले राज्यपाल के साथ हम खड़े भी नहीं होते है, लेकिन वह साथ में बैठते है। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, प्रसाद लाड, पर्यटन मंत्री मंगलप्रभाग लोढा आदि पर बीजेपी ने कार्रवाई नहीं की। इसलिए उनके खिलाफ शनिवार, 17 दिसंबर को राज्य में मोर्चा निकाला जाएगा। 

    तब आपके मुंह पर ताला जड़ा हुआ था?

    राज्य में छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ अन्य महापुरुषों का अपमान किया जा रहा था, तब उनके मुंह पर ताला जड़ा हुआ था। इस बारे में कार्रवाई करने के बजाए वे नागपुर में उनके साथ बैठे थे। बच्चू कडू किसी पर भी टीका कर सकते है। आगामी समय में हमारी सरकार आने पर वे हमारा साथ होंगे। ऐसे कई लोग है। इसी तरह से आगे जाने का प्रयास करते है। सरकार बदलने के बाद अपने समर्थक लाने का प्रयास किया जाता है। महाप्रबोधन यात्रा पूरे महाराष्ट्र में शुरू है, जिसे लेकर कुछ लोग नाराज है। कुछ साल पहले महबूबा मुफ्ती के खिलाफ बीजेपी ने टीका की थी। परंतु बीजेपी ने मेहबूबा मुफ्ती के साथ कश्मीर में सत्ता बनाई। 17 दिसंबर को आयोजित मोर्चा में अजित पवार, उद्धव ठाकरे, नाना पटोले के साथ अन्य नेता शामिल होंगे। 

    तो मुख्यमंत्री का स्वागत

    महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेद्र फडणवीस यह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को दिल्ली में मिलने वाले है। इस विवाद को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री सीमावर्ती क्षेत्र को केंद्र शासित करें और बेलगांव से कन्नड़ पुलिस है, उन्हें हटाकर केंद्र के जवानों का चयन करें। गृहमंत्री को ऐसे अधिकार है। ऐसा हुआ तो हम मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री का भी स्वागत करेंगे।