दिंडोरी: तहसील के पिंपलनारे गांव (Pimpalnare Gaon) में हुए दुष्कर्म मामले (Rape Case) का संदिग्ध पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान पुलिस की गिरफ्त से भाग निकला था। फरार संदिग्ध का शव कुएं में मिलने से हड़कंप मच गया है। इस बीच पुलिस अधीक्षक ने जांच अधिकारी और पुलिस को भी निलंबित कर दिया है। पिंपलनारे के ग्राम पंचायत सदस्य उमेश बंडू खांडवे (Umesh Bandu Khandwe) (35) के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी कि गांव की एक 20 वर्षीय लड़की को शादी का प्रलोभन देकर उसके साथ बलात्कार किया। संदिग्ध उमेश खांडवे को दिंडोरी पुलिस ने हिरासत में लिया और अदालत में पेश किया था।
अदालत ने आरोपी को 30 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस जांच के दौरान दिंडोरी पुलिस संदिग्ध को पंचनामा के लिए मौके पर त्र्यंबकेश्वर ले गई थी। वहां से लौटते समय संदिग्ध ने लघुशंका का बहाना बनाया और पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। इस बीच 28 सितंबर को पुलिस हिरासत से फरार होने के बाद अगली सुबह उसके खेत में कुएं के पास उसके कपड़े और जूते मिले।
साथ ही एक नोट मिला जिसमें लिखा था कि गांव के कुछ लोगों ने आत्महत्या के लिए उकसाया है। फिर आपदा प्रबंधन की मदद से कुएं में शव को खोजने का प्रयास किया गया लेकिन कुएं में पानी ज्यादा होने के कारण सफलता नहीं मिली। मंगलवार 3 सितंतर की सुबह जब उमेश का भाई कुएं के पास गया और बैटरी की मदद से कुएं में देखा तो उमेश का शव मिला।
उसी वक्त उसने तुरंत दिंडोरी पुलिस को सूचना दी। घटना की जानकारी मिलने पर दिंडोरी पुलिस इंस्पेक्टर पंढरीनाथ ढोकने और पुलिस टीम वहां पहुंची। इसके बाद शव को बाहर निकाला गया। शव के पैर में एक बड़ा पत्थर बंधा हुआ मिला। दिंडोरी में न्यायाधीश के समक्ष शव का पंचनामा कराया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए धुलिया के फोरेंसिक विभाग में भेज दिया गया। दिंडोरी पुलिस ने आकस्मिक मौत दर्ज की है। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी एस. आर बांबले जांच कर रहे हैं.
जांच अधिकारी निलंबित
इस अपराध में संदिग्ध को पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस जांच के दौरान संदिग्ध पुलिस हिरासत से फरार हो गया। इसके बाद पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। वहीं, भगोड़े संदिग्ध का शव कुएं में मिला। पुलिस अधीक्षक शाहजी उमाप ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोनों जांच अधिकारी उपनिरीक्षक पांडुरंग कावले और पुलिस नायक सुदाम धूमाल को निलंबित कर दिया है।