मुंबई: बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की ‘भारत की आज़ादी’ वाली टिप्पणी पर बवाल मच गया है। एक तरफ बीजेपी नेता वरुण गांधी ने उनपर गुरुवार को निशाना साधा। तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कंगना की गिरफ्तारी की मांग की है।
एएनआई के अनुसार, नवाब मलिक ने कहा, “हम अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान (2014 में भारत को आजादी मिली) की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। केंद्र को कंगना से पद्मश्री वापस लेना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। मलिक ने कहा, “ऐसा लगता है कि कंगना रनौत ने इस तरह का बयान देने से पहले मलाणा क्रीम (हाशिश की एक विशेष किस्म जो विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश में पाई जाती है) की भारी खुराक ले ली थी।”
Mumbai | We strongly condemn actress Kangana Ranaut’s statement (India got freedom in 2014). She insulted freedom fighters. Centre must take back the Padma Shri from Kangana & arrest her: Maharashtra Minister Nawab Malik pic.twitter.com/xTy2VPFohk
— ANI (@ANI) November 12, 2021
दरअसल रनौत ने कहा था कि भारत को आजादी 2014 में मिली और जो 1947 में मिली, वो भीख थी। उनके इस बयान के बाद वरूण गांधी ने अभिनेत्री का एक वीडियो क्लिप भी साझा किया था जिसमें एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के दौरान रनौत को यह कहते सुना जा सकता है कि, ” वह आजादी नहीं, बल्कि भीख थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली।”
बता दें कि, हाल में पद्म श्री सम्मान पाने वाली रनौत का इशारा 2014 में भाजपा के सत्ता में आने की तरफ था। अभिनेत्री पूर्व में भी अपने दक्षिणपंथी बयानों को लेकर विवादों में रही हैं। कंगना रनौत की आलोचना करते हुए गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?”
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
वहीं, कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर पलटवार करते हुए कहा था कि, “मैंने बिल्कुल साफ कहा है कि, 1857 की क्रांति, पहला स्वतंत्रता संग्राम थी, जिसे दबा दिया गया और इसके परिणामस्वरूप अंग्रेजों के जुल्म व क्रूरता और बढ़ गए तथा करीब एक शताब्दी बाद हमें गांधी जी के भीख के कटोरे में आजादी दी गई।”