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पुणे: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के चंबल घाटी में चर्चित डाकू पान सिंह तोमर (Dacoit Paan Singh Tomar) के एनकाउंटर को लीड करने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय रमन (Former IPS officer Vijay Raman) का शनिवार को निधन हो गया है। परिवार ने बताया कि वो 72 साल के थे और कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे थे जिसके बाद उनकी मौत हो गई। उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पूर्व भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी विजय रमन के ऑपरेशन में ही एथलीट से डाकू बना पान सिंह तोमर मारा गया था।

रिटायरमेंट के बाद पुणे बस गए 
पूर्व आईपीएस अधिकारी विजय रमन पुलिस सेवा से साल 2011 में रिटायर होने के पुणे में बस गए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा है। मध्य प्रदेश कैडर के 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी रमन 1981 में भिंड जिले के एसपी थे। 1 अक्टूबर 1981 को, उन्होंने एक ऑपरेशन में पुलिस टीम का नेतृत्व किया था जिसमें मुठभेड़ के दौरान पान सिंह तोमर मारा गया था।

भोपाल गैस त्रासदी में भी पीड़ितों की थी मदद
इसके अलावा 1984 में, भोपाल में विशेष शाखा के पुलिस अधीक्षक के रूप में विजय रमन ने भोपाल गैस त्रासदी के दौरान पीड़ित नागरिकों को बचाने और उनके पुनर्वास में अहम भूमिका निभाई थी। 1985 से 1995 तक, पूर्व आईपीएस विजय रमन दिल्ली में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के सहायक निदेशक और उप निदेशक के रूप में काम किया था।

इन चार प्रधानमंत्रियों को दिए थे सुरक्षा
विजय रमन ने राजीव गांधी, वीपी सिंह, चंद्र शेखर और पीवी नरसिम्हा राव सहित चार प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली थी। विजय रमन की आखिरी पोस्टिंग सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक के रूप में हुई थी.। उन्होंने सीआरपीएफ में रहते हुए कई आतंकवाद विरोधी और नक्सल विरोधी अभियानों का भी नेतृत्व किया था।