MVA के नेताओं से मिले प्रकाश अम्बेडकर, महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा

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मुंबई: आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को देखते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) में भी सियासी हलचलें तेज हो गई है। ऐसे में इन दिनों चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा सबसे ज्यादा चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। ऐसे में अब लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में सीटों के बंटवारे को लेकर मुंबई के ‘ट्राइडेंट होटल’ में महाविकास अघाड़ी (MVA Meeting) की बैठक हो रही है।

आपको बता दे कि इस मीटिंग में वंचित बहुजन अघाड़ी (Vanchit Bahujan Aghadi) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट. प्रकाश अम्बेडकर (Prakash Ambedkar) उपस्थित थे। इस मौके पर महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने उनका स्वागत किया। 

गौरतलब हो कि वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर पहली बार महाविकास अघाड़ी की बैठक में मौजूद हैं। इसने राजनीतिक विशेषज्ञों और पूरे राज्य का ध्यान आकर्षित किया है। ऐसे में अब इस मुलाकात को लेकर राजनीति के गलियारों में अलग-अलग चर्चा चल रही है। 

डॉ भीम राव आंबेडकर के पोते एवं वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) प्रमुख प्रकाश आंबेडकर आगामी लोकसभा चुनावों के लिए शुक्रवार को विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के साथ सीट बंटवारा वार्ता में शामिल हुए। एमवीए में शामिल शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत ने यहां बैठक में दलित नेता का स्वागत किये जाने की एक तस्वीर साझा की। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के अलावा, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का शरद पवार नीत गुट एमवीए के साझेदार हैं।

एमवीए नेताओं के अनुसार, सहयोगी दलों द्वारा व्यापक सीट बंटवारा समझौते को अंतिम रूप दिये जाने की संभावना है। फिलहाल, 10 से 12 सीट पर चर्चा होनी बाकी है। महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट है और इस मामले में यह देश में उत्तर प्रदेश (80) के बाद दूसरे स्थान पर है। राउत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘वीबीए के एमवीए में शामिल होने के साथ, भारत के संविधान की रक्षा करने की लड़ाई और मजबूत हो गई है। हम भीड़तंत्र के खिलाफ लड़ रहे हैं।”

राकांपा के जयंत पाटिल और जितेन्द्र आव्हाड, कांग्रेस नेता नाना पटोले, अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोराट और वर्षा गायकवाड़ तथा शिवसेना (यूबीटी) के राउत सीट बंटवारा वार्ता समिति के हिस्सा हैं। पिछले लोकसभा चुनाव (2019) में भाजपा ने महाराष्ट्र में 23 सीट पर जीत दर्ज की थी, वहीं शिवसेना ने 18 सीट जीती थी। राकांपा को चार सीट, जबकि कांग्रेस, एआईएमआईएम और निर्दलीय उम्मीदवार को एक-एक सीट पर जीत मिली थी।