पीएमपीएमएल के 118 कर्मचारी पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका की सेवा में कायम

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    पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल (Commissioner Rajesh Patil) ने पीएमपीएमएल (PMPML) के 118 कर्मचारियों (Employees) को महानगरपालिका की सेवा में कायम रखने और महानगरपालिका कर्मचारियों की तरह सभी लाभ देने का फैसला किया है और इस संबंध में प्रशासन विभाग को आदेश पारित कर दिया है। पिछले डेढ़ साल से पूर्वी पीसीएमटी (PCMT) के 118 कर्मचारियों को महानगरपालिका की सेवा में समायोजित कर अन्य कर्मचारियों की तरह सभी सुविधाएं प्राप्त करने का प्रयास शुरू किया गया था, जो आज सफल बन गया है। इसकी जानकारी पूर्व सभागृह नेता नामदेव ढाके (Namdev Dhake) ने दी है।

    तत्कालीन कमिश्नर के अनुमोदन से 1999 में पूर्वी पीसीएमटी के कुल 235 कर्मचारियों को अस्थायी रूप से पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका में स्थानांतरित किया गया था। पीएमपीएमएल में कुल 235 कर्मचारियों में से 117 कर्मचारी स्वेच्छा से और साथ ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं।  शेष 118 कर्मचारी वर्तमान में महानगरपालिका की सेवा में कार्यरत हैं। ये सभी कर्मचारी करीब 20 साल से महानगरपालिका में सेवा दे रहे हैं। इन कर्मचारियों को महानगरपालिका की सेवा में समायोजित किया जाए और अन्य कर्मचारियों की तरह सभी सुविधाओं का लाभ भी दिया जाए। सत्तारूढ़ दल के पूर्व नेता नामदेव ढाके ने विधायक लक्ष्मण जगताप और विधायक महेश लांडगे के मार्गदर्शन में महानगरपालिका में प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा था।

    कर्मचारियों को सही मायने में न्याय मिला: नामदेव  ढाके

    पीएमपीएमएल के 118 कर्मचारी अभी भी महानगरपालिका की सेवा में हैं। इसमें चतुर्थ श्रेणी के सैनिक, सहायक, सफाईकर्मी, ड्राइवर, मजदूर आदि शामिल हैं। राज्य सरकार के शहरी विकास विभाग को पीएमपीएमएल के 118 कर्मचारियों को महानगरपालिका की सेवा में बनाए रखने और उन्हें नियमित कर्मचारियों के रूप में सभी लाभ देने का निर्देश दिया है। यह देखते हुए कि इनमें से 7 कर्मचारी 31 मई 2022 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं और उनके साथ कोई अन्याय नहीं किया जाएगा, इस बारे नामदेव ढाके ने कमिश्नर राजेश पाटिल से चर्चा की थी। इस पर कमिश्नर ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए 118 कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों के रूप में सभी लाभ देने का फैसला किया है और ऐसे आदेश प्रशासन विभाग को पारित किए गए हैं। पीएमपीएमएल स्टाफ के प्रतिनिधि शिवाजी जगताप और भास्कर फड़तारे के नियमित फॉलो-अप के कारण यह सफलता हासिल हुई है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ढाके ने कहा कि कर्मचारियों को सही मायने में न्याय मिला है, बीजेपी के शासन के दौरान हमेशा कर्मचारियों के हित में निर्णय लिए गए हैं।