पिंपरी: पति- पत्नी या विवाद न्याय प्रविष्ट रहते पत्नी और उसके परिजनों द्वारा की गई धक्कामुक्की और गालीगलौज के बाद पुलिस के साथ घर पर जाकर पति को धमकाया। इससे सदमे में पति की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत (Death) हो गई। संबंधित पुलिस कर्मचारी और सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने शव (Dead Body) को पुलिस थाने (Police Station) के जाकर प्रदर्शन किया। पिंपरी-चिंचवड के दिघी थाने में शनिवार को घटी इस घटना में कार्रवाई का भरोसा दिलाए जाने के बाद तनाव शांत हुआ।
ऋषभ मुकुंद जाधव (34) ऐसा मृतक का नाम है। उनके मित्र मिलिंद बालासाहेब पाटील (35) ने दिघी पुलिस थाने में जाधव की पत्नी, सास और ससुर दत्तात्रय तापकीर, भाई वेदांत दत्तात्रय तापकीर और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जाधव दंपति के बीच 2019 से खडकी न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। इसकी सुनवाई में कुछ अंश तक पत्नी के हक में फैसला हुआ है। इसके अनुसार पुलिस ने ऋषभ और उसकी पत्नी को थाने बुलाया। अदालत के आदेश के अनुसार या तो पत्नी को घर पर रखें या उसकी वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा।
पत्नी और उसके रिश्तेदार ने किया हंगामा
इसके बाद ऋषभ की पत्नी एक पुलिस कर्मचारी को लेकर अपने रिश्तेदारों के साथ ऋषभ के घर गई। यहां उन्होंने खूब हंगामा किया और उसके साथ गालीगलौज की। उसे धमकाने के बाद पुलिस कर्मचारी उसका मोबाइल लेकर वहां से चला गया। इसके बाद पत्नी और उसके रिश्तेदार घर के सामने बैठकर हंगामा करते रहे। इसी दौरान उन्होंने ऋषभ के साथ धक्कामुक्की की जिससे वे नीचे गिरकर बेहोश हो गए। अस्पताल में ले जाने पर हार्ट अटैक से उनकी मौत होने की बात पता चली।
धमकाने वाले पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
आज दूसरे दिन ऋषभ के घरवाले उसके शव के साथ दिघी पुलिस थाने पर आ धमके। उसकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने और उनके साथ ऋषभ को धमकाने वाले पुलिस कर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर आक्रोशित परिजनों ने प्रदर्शन किया। दिघी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिलीप शिंदे उन्हें शांत करने की नाकाम कोशिश करते रहे। बढ़ते तनाव के चलते भाजपा विधायक महेश लांडगे के भाई और मजदूर नेता सचिन लांडगे वहां पहुंचे और आक्रोशित भीड़ से चर्चा की। पुलिस की ओर से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन उन्होंने पढ़कर सुनाया। इसके बाद जैसे तैसे माहौल शांत हुआ।